नई दिल्ली। जेल में बंद एक प्रेगनेंट लेडी को अस्पताल देर से पहुंचाने पर संयुक्त राज्य अमेरिकी कोर्ट ने $480,000 (3.83 करोड़ रुपये) के मुआवजा का आदेश दिया है। दरअसल, महिला को अस्पताल पहुंचाने जा रहे पुलिसवाले रास्ते में स्टारबक्स पर रुक गए थे। पुलिसकर्मियों की इन लापरवाहियों की वजह से महिला को देर से अस्पताल में भर्ती कराया जा सका और उसका बच्चा नुकसान हो गया।
क्या कहा कोर्ट में महिला के वकील ने?
महिला सैंड्रा क्विनोन के वकील रिचर्ड हरमन ने कोर्ट में केस की सुनवाई के दौरान बताया कि महिला बेघर थी। यहां तक की उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। गर्भवती होने के दौरान वह थोड़ा परेशान थी। लेकिन उसने अपने साथ हुए अपराध के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कोई ढिलाई नहीं की है। महिला की तरफ से वकील ने बताया कि महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिसकर्मियों ने सबसे पहली गलती कि एंबुलेंस नहीं बुलाया। और अपनी गाड़ी से लेकर गए तो स्टारबक्स में काफी देर तक बेपरवाह होकर रुके रहे। वह यह नहीं समझ रहे थे कि महिला को इमरजेंसी मेडिकल हेल्प की जरुरत है।
2016 में प्रोबेशन violation के मामले में जेल में थी सैंड्रा
महिला सैंड्रा क्विनोन गर्भवती थी और 2016 में एक प्रोबेशन उल्लंघन के केस में ऑरेंज काउंटी जेल में बंद थी। जेल में बंद महिला उस समय 28 साल की थी जब उसे गर्भ था। उसने जेल में पुलिसकर्मियों से अस्पताल ले जाने का अनुरोध किया। लेकिन उसे अस्पताल पहुंचाने में काफी देरी कर दी गई। अब जब कोर्ट ने फैसला सुनाया है तो उसकी उम्र 34 साल की है। लॉस एंजिल्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूएस कोर्ट ने महिला को उसकी शिकायत पर मुआवजे के रूप में $480,000 (3.83 करोड़ रुपये) देने का आदेश दिया है।
हालांकि, अब क्विनोन हिरासत में नहीं है। मंगलवार को ऑरेंज काउंटी बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर्स ने सर्वसम्मति से क्विनोन को भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है। महिला के केस को 2020 में फेडरल कोर्ट ने खारिज कर दिया था लेकिन बीते साल ही उस केस को कोर्ट ने ही बहाल कर दिया और अंतत: उसे न्याय हासिल हो गया।
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