सास बहू बेटा सम्मेलन से दिया परिवार नियोजन का संदेश का आयोजन
सास बहू बेटा सम्मेलन से दिया परिवार नियोजन का संदेश का आयोजन
16 नवविवाहित दंपति को भेंट की गयी शगुन किट
सम्मेलन में छोटे परिवार का समझाया गया महत्व
कासगंज 7 जुलाई 2023।
परिवार कल्याण कार्यक्रम को बढ़ावा देने व सफल बनाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटियाली पर शुक्रवार को सास, बहू और बेटा सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन के जरिये छोटे परिवार का महत्व समझाते हुए परिवार नियोजन का संदेश भी दिया गया। साथ ही 16 नव दंपति को शगुन किट भी प्रदान की गई। साथ ही कार्यक्रम में दस परिवारों की प्रतिभागिता रही ।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुल्तान अहमद ने बताया कि सास,बहू,बेटा सम्मेलन में चयनति नव दंपति की खासतौर से सहभागिता रही । दंपति को बताया गया कि पहला बच्चा शादी के दो साल बाद प्लान करें । दो बच्चों में कम से कम तीन वर्ष का अंतर अवश्य होना चाहिए। बच्चों में अंतराल के लिए साप्ताहिक गोली छाया या अंतरा इंजेक्शन का चुनाव कर सकते हैं। इसके लिए कंडोम व माला एन जैसे साधन भी अपने पसंद के अनुसार चुन सकते हैं । जब परिवार पूरा हो जाए तो स्थायी साधन नसबंदी का चुनाव करना चाहिए। नसबंदी का अच्छा विकल्प पीपीआईयूसीडी और आईयूसीडी भी हो सकता है। यह दोनों साधन अंतराल के लिए भी अपनाए जाते हैं ।
इस मौके पर बीपीएम सुमित उपाध्याय, बीसीपीएम हरजीत सिंह, सीएचओ, एएनएम, आशा व लाभार्थी मौजूद रहे।
समझ सकीं नियोजित परिवार का महत्व
21 वर्षीया देवश्री ने बताया
कि उनकी शादी हुए अभी एक माह हुआ है। शुक्रवार को आशा बहनजी व सास और अपने पति के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर उन्होंने सम्मेलन में प्रतिभाग किया। उन्हें शगुन किट दी गई है, जिसमें श्रंगार के सामान के साथ साथ परिवार नियोजन के अस्थायी साधन भी हैं। कार्यक्रम के दौरान दो बच्चों में तीन साल का अंतराल रखने के लिए अस्थायी साधन अंतरा इंजेक्शन, छाया, माला एन , एवं अन्य साधनों के बारे में भी जानकारी दी गयी । इसके साथ ही बच्चों में तीन साल का अंतराल न रखने से होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी मिली। देवश्री ने कहा बच्चों में तीन साल का अंतराल रखने से मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु होने का खतरा कम रहता है। जल्दी जल्दी बच्चे होने से महिलाओं के एनीमिक होने की भी आशंका रहती है।
बहू को करेंगी प्रोत्साहित
सम्मेलन में प्रतिभागी सास मिथलेश ने बताया कि कार्यक्रम से काफी जानकारियां मिली हैं। अब वह अपनी बहू को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी, जिससे दो बच्चों में तीन वर्ष का अंतराल रहें और जच्चा बच्चा स्वस्थ रहें।
पुरुष नसबंदी की मिली जानकारी
25 वर्षीय भूपराम ने बताया कि सम्मेलन में उन्हें पुरुष नसबन्दी के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने कहा परिवार पूरा होने पर यदि पुरुष बिल्कुल स्वस्थ है तो नसबन्दी कराने में कोई परेशानी नहीं होती। पुरुष नसबन्दी बिना चीरा टांके की जाती है। , महिलाओं की नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबन्दी आसान व सरल है।