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कलेक्ट्रेट में भरी हुंकार, डिजिटल हाजिरी का पुरजोर बहिष्कार

कलेक्ट्रेट में भरी हुंकार, डिजिटल हाजिरी का पुरजोर बहिष्कार

मुकेश माथुर (ब्यूरो चीफ)

-स्कूलों में काली पट्टी बांधकर जताया गया विरोध, शिक्षक बोले व्यावहारिक नहीं ऑनलाइन उपस्थिति, मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया, शिक्षकों ने दिखाई एकजुटता
एटा । बेसिक शिक्षा के स्कूलों में शिक्षक कर्मचारियों की डिजिटल उपस्थिति का फरमान पहले ही दिन कड़े विरोध तथा शिक्षकों की एकजुटता की भेंट चढ़ता नजर आया। पूरे जिले में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करते हुए डिजिटल उपस्थिति का विरोध जताया तथा लगभग 95 प्रतिशत ने बहिष्कार कर दिया। दूसरी ओर शाम को मुख्यालय पर जिले भर से एकत्रित हुए शिक्षकों ने डिजिटल हाजिरी के विरोध को हुंकार भरते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सभी शिक्षक संगठनों की एकजुटता ने साफ किया कि बिना मांगों को पूरा किये डिजिटल उपस्थित नहीं दी जाएगी।
यहां बता दें कि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में डिजिटलाइजेशन के नाम पर टैबलेट उपलब्ध कराएं गए। 15 जुलाई से शिक्षक कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति के निर्देशों को महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने एक सप्ताह पहले सोमवार से ही लागू कर दिया। रविवार को भी शिक्षक संगठनों ने संयुक्त रूप से मोर्चाबंदी करते हुए डिजिटल उपस्थिति का बहिष्कार कर दिया था। इसी के अनुरूप सोमवार को हाथ में काली पट्टी बांधकर शिक्षक स्कूल पहुंचे तथा विरोध व्यक्त करने के साथ काली पट्टी बांधकर शिक्षण किया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेसीय प्राथमिक शिक्षक, यूटा, जूनियर हाई स्कूल शिक्षक, आल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा), दूरस्थ बीटीसी शिक्षक सहित अन्य संगठनों द्वारा पहले से ही डिजिटल हाजिरी के बहिष्कार के लिए किए गए आह्वान को लेकर कमर कसे नजर आए। जनपद के प्रत्येक विकासखंड में डिजिटल हाजिरी न लगाने को लेकर निगरानी के मध्य सुबह काली पट्टी बांधकर विरोध जताने की प्रक्रिया चली। एक स्वर में शिक्षकों डिजिटल उपस्थिति की प्रक्रिया को स्वीकार न करने की बात कही।—काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने किया डिजिटल उपस्थिति का बहिष्कार
जैथरा क्षेत्र में सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों तथा विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने 8 जुलाई के निर्देश जारी किए हैं । इसके विरोध विकास खंड के सैकड़ो विद्यालयों के शिक्षकों ने फेस ऑनलाइन उपस्थित दर्ज नहीं की तथा बाहों में काली पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य किया है।
विदित हो कि रविवार को जिला पंचायत सभागार में जिले के शैक्षिक संगठनों के पदाधिकारी ने निर्णय लिया था कि सोमवार से सभी शिक्षक गण फेस आधारित ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करेंगे तथा काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे।जैथरा में ब्लॉक अध्यक्ष दिनेंद्र प्रताप सिंह दिनकर व पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार के आह्वान पर शिक्षकों ने काली पट्टियां बांधकर शैक्षणिक कार्य कर डिजिटल हाजिरी का बहिष्कार किया। जितेन्द्र सिंह चौहान, जितेंद्र मिश्रा, विवेकानंद श्रीवास्तव , विवेक शर्मा , कुलदीप यादव , नवाब सिंह , सोमेंद्र पाल , संदीप यादव , बंटी वर्मा , अतुल सिंह , विजय शर्मा , संजीव दिवाकर , अनुभव सिंह, राघवेंद्र कुमार , विवेक चौहान , अश्वनी राठौर , भावना सिंह , सहित सैकड़ो अध्यापकों ने बहिष्कार किया। अन्य ब्लॉकों में भी विरोध की जबरदस्त स्थिति रही।
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय नेतृत्व के आह्वान पर जिला, व ब्लॉक इकाई के सभी ब्लॉक अध्यक्षों एवं मंत्रियों के नेतृत्व मे सभी ब्लाकों में सभी शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति नहीं दी। स्टाफ के साथ काली पट्टी बांधकर फोटो भेजकर ऑनलाइन उपस्थिति का विरोध किया।
उधर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर सभी शिक्षक संगठनों ने शाम को कलेक्ट्रेट पहुंचकर सरकार द्वारा थोपी जा रही डिजिटल हाजिरी पर विरोध जताया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ पांडे गुट जिलाध्यक्ष लोकपाल सिंह, वीर पाल सिंह जाटव, जिला मंत्री
प्रवीन फौजी, ओमवीर सिंह राजपूत, संयुक्त मंत्री उमेश प्रताप दिनकर,
ओमेंद्र प्रताप सिंह जिला संयोजक , सौरभ मिश्रा जिला संयोजिका अटेवा आदि ने शिक्षकों से तुगलकी फरमान किसी भी कीमत पर स्वीकार न करने की बात कही। कलेक्ट्रेट परिसर में जिले के सैकड़ो शिक्षक विरोध के लिए एकत्रित हुए। अंत में सभी संगठनों ने संयुक्त विरोध के साथ मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र नायब तहसीलदार शाश्वत अग्रवाल को सौंपा।
इस दौरान विवेक भारद्वाज, विवेक यादव, आशा चौधरी, आरजू पांडे, अर्चना पचौरी, शौर्या मिश्रा,गुंजन शर्मा, तबस्सुम नाज, शैलेंद्र यादव, गेंदालाल वर्मा, अखंड प्रताप, सत्येंद्र सिंह मन्नू, आलोक श्रीवास्तव, पांडे गुटके ब्लॉक पदाधिकारी कृष्ण कुमार,पुष्पेंद्र कुमार, गौरव जादौन,मनोज जादौन, अभिषेक अरुण,मंजू लता तिवारी, प्रियंका, रेनू राजपूत,शालिनी वर्मा, प्रियम्वदा,नीतू सिंह ,रेखा, सुमनलता, जयंत मौर्य, धीरेश कुमार, सपना सिंह, रजनी दिनकर आदि सैकड़ो शिक्षकों पूर्ण रूप ने डिजिटल हाजिरी के विरोध में एक जुटता दिखाई।
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पहले ही दिन दुर्घटनाओं पर दुख जताया
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डिजिटल हाजिरी के पहले ही दिन इगलास के शिक्षक युगल की दुर्घटना में मृत्यु तथा प्रदेश के अन्य क्षेत्र में शिक्षकों की सड़क हादसों को लेकर शिक्षकों ने अपनी संवेदना व्यक्त की। इंटरनेट मीडिया पर भी इस तरह की घटना दुर्घटनाएं सभी को दुखित करती रहीं।

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