बीजिंग: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी का व्यापक विरोध हो रहा है। कम्युनिस्ट सरकार का हो रहे सार्वजनिक विरोध पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूरोपीय संघ के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल को इसे फ्रस्ट्रेटेड युवाओं का विरोध बताया है। जिनपिंग ने बताया कि तीन साल की कोविड महामारी की वजह से युवाओं में निराशा है। दरअसल, यूरोपीय संघ के अध्यक्ष ने वैक्सीन के यूज और चीनी सरकार के उठाए गए कदमों को लेकर सवाल किए थे।
हांगकांग के एक अखबार ने बताया कि शी जिनपिंग और यूरोपीय संघ के अध्यक्ष मिशेल के बीच बातचीत हुई है। दोनों ने चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ हो रहे जोरदार विरोध प्रदर्शन पर बातचीत की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिनपिंग ने यूरोपीय संघ के अध्यक्ष से दावा किया कि तीन साल के कोविड के बाद युवाओं में निराशा है। विरोध प्रदर्शन करने वाले मुख्य रूप से विवि के छात्र या किशोर हैं।
बुजुर्गों के वैक्सीनेशन पर चिंता
चीनी राष्ट्रपति ने कोविड को लेकर चिंता जताई है। हालांकि, ओमीक्रॉन के कम घातक होने की वजह से डेथ रेट में कमी है। लेकिन बुजुर्गों के टीकाकरण को लेकर भी सरकार ने फिक्र जाहिर की है। यूरोपीय संघ के एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि चीनी नेतृत्व ने सूचित किया है कि वह अशांति के जवाब में टीकाकरण को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा। मिशेल ने शी और उनके सबसे वरिष्ठ नेताओं के साथ बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू करने के यूरोपीय अनुभव को साझा किया।
चीन में हो रहा है शी जिनपिंग सरकार का विरोध
कोरोना को लेकर सख्ती की वजह से चीन में शी जिनपिंग सरकार का जमकर विरोध हो रहा है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर शी सरकार के इस्तीफा की मांग कर रहे हैं। विरोध को देखते हुए कम्युनिस्ट सरकार ने देश की सभी प्रमुख शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी है। शी जिनपिंग सरकार को पहली बार इतने बड़े विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है।
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।