महाराष्ट्रराज्य

Maharashtra: संजय राउत को ED ने भेजा समन, बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया

Sanjay Raut

शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को प्रवर्तन निदेशालय ने समन भेजा है. संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूछताछ के लिए बुलाया है. संजय राउत को मनी लॉन्ड्रिंग केस में बुधवार (20 जुलाई) को हाजिर होने को कहा गया है. मुंबई के गोरेगांव स्थित पत्रा चॉल (Goregaon Patra Chawl Case) लैंड रिडेवलपमेंट केस में पूछताछ के लिए संजय राउत को ईडी के मुंबई ऑफिस में सुबह 11 बजे हाजिर होने का कहा गया है. इससे पहले 1 जुलाई को उनसे ईडी ने इस मामले में लंबी पूछताछ की थी. संजय राउत इस वक्त दिल्ली में हैं. इसलिए वे कल पूछताछ के लिए हाजिर होंगे या नहीं, इस बारे में स्थिति साफ नहीं है. संजय राउत की ओर से भी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.

इससे पहले संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर और स्वप्ना पाटकर से भी सोमवार को सुबह 11 बजे से ही पूछताछ की गई. स्वप्ना पाटकर पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय दो बजे पहुंची. वे पूछताछ के बाद शाम छह बजे ईडी कार्यालय से निकल गए. अब इन दोनों से पूछताछ के बाद एक बार फिर संजय राउत से पूछताछ की जाएगी. इस मामले में अब तक ईडी के पास जितने भी सबूत हाथ लगे हैं, उन सबके आधार पर पूछताछ होनी है. प्रवीण राउत से संबंधित यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है. प्रवीण राउत पहले से ही अरेस्ट हो चुके हैं. इस मामले में ईडी पहले ही संजय राउत की 11 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है. इन संपत्तियों में वह घर भी शामिल है, जिसमें संजय राउत रह रहे थे.

1034 करोड़ का है यह जमीन घोटाला? क्या है पूरा मामला?

मुंबई के गोरेगांव में महाराष्ट्र गृहनिर्माण और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MHADA) का भूखंड है. इस भूखंड में पत्रा चॉल (स्लम के घर) मौजूद थे. इनमें कई लोगों के परिवारों की रिहाइश थी. ईडी का आरोप है कि इस जमीन को डेवलप करने के लिए प्रवीण राउत की गुरु आशिष कंस्ट्रक्शन कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. लेकिन उसने इस जमीन के कुछ हिस्से प्राइवेट बिल्डरों को बेच दिए. इस तरह पत्राचॉल में रहने वालों को ठग लिया गया.

गुरु आशिष कंस्ट्रक्शन को यहां तीन हजार फ्लैट बनाना था. इनमें से 672 फ्लैट यहां रहने वालों को देने थे. बाकी फ्लैट्स म्हाडा और डेवलपर्स में बांटे जाने थे. लेकिन 2010 में प्रवीण राउत ने गुरु आशिष कंस्ट्रक्शन कंपनी के 258 फीसदी शेयर एचडीआईएल को बेच दिए. इसके बाद 2011,2012 और 2013 में जमीन के कई हिस्से प्राइवेट बिल्डर्स को बेच दिए गए. ईडी को शक है कि यह घोटाला करीब 1034 करोड़ का है. संजय राउत पर आरोप है कि वे इस पूरी डील में हिस्सेदार रहे हैं.

क्या है रिश्ता इन लोगों से संजय राउत का?

2020 में पीएमसी बैंक घोटाला में जांच के दौरान आशिष कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था. प्रवीण राउत और उनकी पत्नी माधुरी राउत के खाते से 2010 में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 55 लाख रुपए कर्ज के तौर पर दिखाए गए थे. आरोप है कि इन्हीं पैसों से संजय राउत ने मुंबई के दादर में एक फ्लैट खरीदा था.

कुछ दिनों पहले ईडी की ओर से संजय राउत की संपत्ति जब्त की गई थी. ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्तियों में अलिबाग में आठ प्लॉट और वर्षा राउत का दादर स्थित फ्लैट शामिल है. इस मामले में प्रवीण राउत को अरेस्ट किया जा चुका है. ईडी ने इससे पहले प्रवीण राउत पर चार्जशीट फाइल की थी. प्रवीण राउत, सारंग वाधवन, एचडीआईएल के राकेश वाधवान, गुरु आशिष कंस्ट्रक्शन और अन्य पर चार्जशीट फाइल की गई है.

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