नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण को सीबीआई ने एक बाहरी व्यक्ति के साथ गोपनीय जानकारी साझा करने सहित शेयर बाजार में गंभीर अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले दिल्ली की एक अदालत ने उनकी गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने पिछले चार वर्षों में उनके खिलाफ जांच में निष्क्रियता और ढीला ढाला रवैरूा अपनाने करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो या सीबीआई की खिंचाई की थी।
स्पेशल कोर्ट ने सेबी को भी किया कटघरे में खड़ा
विशेष न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने पूरे केस की सुनवाई के दौरान यह कहा कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) आरोपी के प्रति बहुत दयालु रहा है। उन्होंने कहा कि सेबी के नर्म रवैया को देखते हुए और सच्चाई का पता लगाने के लिए उसकी निरंतर हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता होगी।
पिछले महीने हिमालयी योगी का आया था जिक्र
पिछले महीने रहस्यमय हिमालयी योगी जिसने कथित तौर पर सुश्री रामकृष्ण के फैसलों को प्रभावित किया था, को आनंद सुब्रमण्यम के रूप में सामने आया था, जो स्टॉक एक्सचेंज के एक पूर्व अधिकारी भी थे, जिन्हें बाजार में हेरफेर के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
रहस्यमयी योगी सीईओ के रूप में करता रहा काम
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एनएसई के पूर्व मुख्य परिचालन अधिकारी “योगी” थे, जिन्होंने ईमेल के माध्यम से चित्रा रामकृष्ण के साथ संवाद किया था। सेबी ने एक रिपोर्ट में कहा था कि उनकी विवादास्पद नियुक्ति उन फैसलों में से एक थी जो चित्रा रामकृष्ण ने तथाकथित योगी के प्रभाव में लिए थे।
सेबी ने चित्रा रामकृष्ण और अन्य पर सुब्रमण्यम की नियुक्ति और उनके बड़े पैमाने पर पदोन्नति में कथित तौर पर शासन में चूक का आरोप लगाया है। आरोप है कि एनएसई और उसके बोर्ड को विवादास्पद सलाहकार के साथ बातचीत के बारे में पता था, लेकिन उसने मामले को गुप्त रखने के लिए चुना था।
सेबी ने लगाया है जुर्माना
सुश्री रामकृष्ण और एनएसई के एक अन्य पूर्व सीईओ रवि नारायण के साथ-साथ दो अन्य अधिकारियों पर सेबी ने वरिष्ठ स्तर पर भर्ती में चूक के लिए जुर्माना लगाया है। रवि नारायण अप्रैल 1994 से मार्च 2013 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ थे, जबकि चित्रा रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी और सीईओ थीं।
Disclaimer: This article has not been edited by Culprit Tahalaka. This news is published by news agency or other source.
Culprit Tahalka – Latest news, Hindi Khabar Live, Uttar Pradesh Breaking News Hindi, Crime News, National News, Filmy News
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।
