मायावती ने दानिश अली की जगह अमरोहा से नया प्रत्याशी उतारा, नाम आते ही हंगामा
अमरोहा लोकसभा सीट पर बसपा ने भी गुरुवार को अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया। गाजियाबाद के डासना निवासी डा.मुजाहिद हुसैन को पार्टी ने प्रत्याशी बनाते हुए चुनाव मैदान में उतारा है।
अमरोहा पहुंचे पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड प्रभारी श्मशुद्दीन राईनी ने कार्यकर्ता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर उन्हें चुनाव लड़ाने की अपील की। उधर, प्रत्याशी की घोषणा के साथ ही बसपा में विरोध भी शुरू हो गया है। टिकट नहीं मिलने से नाराज मैराज समर्थकों ने विरोध जताते हुए हंगामा किया। इस सीट पर दानिश अली को पिछले चुनाव में बसपा ने उतारा था। दानिश सांसद भी बने थे। बाद में बसपा ने दानिश को निष्कासित कर दिया था। माना जा रहा है कि दानिश सपा-कांग्रेस गठबंधन से मैदान में उतर सकते हैं। भाजपा ने यहां से कंवर सिंह तंवर को मैदान में उतारा है।
जोया में एक रिसोर्ट परिसर में बसपा जिलाध्यक्ष सोमपाल सिंह एडवोकेट की अध्यक्षता और निर्मल सागर के संचालन में गुरुवार को पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड प्रभारी श्मशुद्दीन राईनी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के संदेश के मुताबिक अमरोहा लोकसभा सीट पर गाजियाबाद के डासना निवासी डा.मुजाहिद हुसैन को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की। कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर पार्टी प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने की अपील की।
कहा कि बसपा का मकसद देश में आपसी सद्भाव और भाईचारा कायम रखना है। विशिष्ट अतिथि नगीना सांसद गिरीश चंद्र, मुख्य सेक्टर प्रभारी रणविजय सिंह, जाफर मलिक, निर्मल सागर, हरपाल, धनीराम ने भी कार्यकर्ताओं से पूरी तरह चुनाव प्रचार में जुटने का आह्वान किया। बसपा जिलाध्यक्ष सोमपाल सिंह के मुताबिक डा. मुजाहिद पुराने बसपाई हैं। बीते 20 साल से डासना नगर पंचायत पर उनके परिवार का कब्जा रहा है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन से वर्तमान सांसद कुंवर दानिश अली के चुनाव लड़ने की चर्चा है। पिछली बार वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कुंवर दानिश अली बसपा से लड़कर चुनाव जीते थे। आंकड़ों की बात करें तो बसपा ने 1991 में यहां पहला चुनाव लड़ा था। इसके बाद बसपा का जन आधार बढ़ता गया। वर्ष 1999 में बसपा ने राशिद अल्बी को प्रत्याशी बनाकर मैदान में भेजा था। उनका मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी चेतन चौहान से हुआ।
राशिद अल्वी की जीत के साथ बहुजन समाज पार्टी का खाता खुल गया। राशिद अल्वी को 3,37, 919 वोट मिले थे, जबकि चेतन चौहान को 2, 44, 694 वोट हासिल हुए थे। इसके बाद 2019 के चुनाव में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ। अमरोहा लोकसभा सीट बसपा के खाते में गई और कुंवर दानिश अली ने भाजपा से उतरे चौधरी कंवर सिंह तंवर को हराया। कुंवर दानिश अली को 6,01, 082 वोट मिले थे, जबकि चौधरी कंवर सिंह तंवर को 5,37, 834 वोट मिले। इस बार फिर भाजपा ने कंवर सिंह को उतारा है।