नई दिल्ली. भारत में ओमीक्रोन (Omicron in India) के केस मिलने शुरू हो गए हैं। चौथा केस मुंबई में मिला। 24 नवंबर को दुबई के रास्ते साउथ अफ्रीका (South Africa) के केप टाउन से मुंबई लौटे 33 साल का व्यक्ति ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया। वह डोंबिवली (Dombivli) का रहने वाला है। 24 नवंबर को उसे हल्का बुखार (Mild Fever) आया। हालांकि कोई अन्य लक्षण नहीं देखा गया। इस हल्के लक्षण वाले मरीज का इलाज डोंबिवली के कोविड केयर सेंटर (Covid Care Center) में किया जा रहा है। इससे पहले कर्नाटक (Karnataka) में 2 केस और गुजरात (Gujarat) में एक केस मिला। ओमीक्रोन को लेकर लोग डरे हुए हैं, लेकिन उन्हें डरने की नहीं सावधान-जागरूक रहने की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है आप ओमीक्रोन की ए बी सी डी समझ लें।
1- ओमीक्रोन वेरिएंट क्या है?
COVID-19 के नए वेरिएंट को WHO ने ओमीक्रोन नाम दिया है। सबसे पहला केस साउथ अफ्रीका में मिला। इस वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ कन्सर्न’ कहा गया है। यानी ये वेरिएंट चिंता का विषय है। इसके कई म्यूटेशन हैं। ओमीक्रोन को लेकर अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। इसके ट्रांसमिशन, गंभीरता और संक्रमण के जोखिम को लेकर अभी कई रिसर्च चल रही है।
2- ओमीक्रोन वेरिएंट कैसे विकसित हुआ?
जब एक वायरस व्यापक रूप से फैल रहा है और कई लोगों को संक्रमित कर रहा है, तो वायरस के म्यूटेट होने की संभावना बढ़ जाती है। इसी वजह से ओमीक्रोन वेरिएंट भी बना। ओमीक्रोन जैसे नए वेरिएंट बताते हैं कि अभी कोविड महामारी खत्म नहीं हुई है। इसलिए जरूरी है कि लोग वैक्सीन लगवाएं। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमों का पालन करें, जैसे कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, नियमित रूप से हाथ धोना जारी रखें।
3- ओमीक्रोन वेरिएंट कहां मौजूद है?
दुनिया के कई देशों में ओमीक्रोन वेरिएंट का पता चला है। WHO की रिपोर्ट है कि ओमीक्रोन वेरिएंट के विश्व स्तर पर और अधिक फैलने की संभावना है।
4- क्या ओमीक्रोन वेरिएंट अन्य COVID-19 वेरिएंट की तुलना में अधिक गंभीर है?
अभी इसका पता नहीं चला है कि डेल्टा सहित COVID-19 के अन्य वेरिएंट की तुलना में Omicron वेरिएंट अधिक या कम गंभीर है। रिसर्च जारी है। यह याद रखना जरूरी है कि COVID-19 के सभी वेरिएंट गंभीर बीमारी या मौत का कारण बन सकते हैं, जिसमें डेल्टा वेरिएंट भी शामिल है, जो दुनिया भर में प्रमुख है।
5- क्या ओमीक्रोन वेरिएंट अधिक संक्रामक है?
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि डेल्टा जैसे अन्य वेरिएंट की तुलना में ओमीक्रोन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अधिक आसानी से फैल सकता है या नहीं। हालांकि, टीकाकरण और सावधानी बरतने जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना, दूसरों से दूरी बनाए रखना और मास्क पहनना COVID-19 के प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
6- क्या ओमीक्रोन वेरिएंट विभिन्न लक्षणों का कारण बनता है?
इसे लेकर अभी कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है कि ओमीक्रोन अन्य COVID-19 वेरिएंट से भिन्न लक्षण दिखाता है या नहीं।
7- क्या COVID-19 की वैक्सीन ओमीक्रोन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं?
रिसर्चर्स COVID-19 वैक्सीन की प्रभावशीलता पर Omicron वेरिएंट के किसी भी संभावित प्रभाव को देख रहे हैं। हालांकि जानकारी अभी भी सीमित है। WHO का मानना है कि अभी उपलब्ध वैक्सीन गंभीर बीमारी और मौत से कुछ सुरक्षा देते हैं। डेल्टा जैसे वेरिएंट से भी वैक्सीन सुरक्षा देते हैं। अगर आपने वैक्सीन की दोनों डोज ली है तो सुरक्षा की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
8- क्या Omicron वेरिएंट का पता टेस्ट के जरिए लगा सकते हैं?
कोविड के किसी भी वेरिएंट का पता लगाने के लिए पीसीआर टेस्ट किया जाता है। इससे ओमीक्रोन सहित COVID-19 के संक्रमण का पता लगाया जाता है। हालांकि अभी इसपर रिसर्च जारी है कि क्या रैपिड एंटीजन सहित दूसरे टेस्ट भी इसका पता लगा लेते हैं या नहीं।
9- क्या बच्चों को ओमीक्रोन वेरिएंट से ज्यादा खतरा है?
ओमीक्रोन को लेकर रिसर्च जारी है। हालांकि जो लोग ज्यादा घूम फिर रहे हैं। वैक्सीन नहीं लगवाए हैं उन्हें ओमीक्रोन से सबसे ज्यादा खतरा है। ओमीक्रोन से बचने के लिए सबसे जरूरी चीज जो आप कर सकते हैं वह है वायरस के संपर्क में आने के जोखिम को कम करना।
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