नई दिल्ली: मिंट रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार चालू वित्त-वर्ष 2023 के लिए वार्षिक रिटर्न दाखिल करने की तारीख में अब और विस्तार नहीं करने जा रही है। क्योंकि एमसीए 21 पोर्टल में वैधानिक फाइलिंग बेहदर स्थिर हो गई है, जिसे तकनीकी तौर पर एक बड़े बदलाव से दो चार होना पड़ रहा है।
इस वित्त-वर्ष के पहले सरकार ने सिस्टम के आईटी अपग्रेडेशन के कारण बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के 50 से अधिक वैधानिक फॉर्म दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय दिया था। सूत्र की मानें तो एमसीए 21 पोर्टल सुचारू रूप से काम कर रहा है और वार्षिक रिटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित है। वहीं, वित्त वर्ष 2023 के लिए वित्तीय विवरण दाखिल करने की तारीख अक्टूबर अंत तक रखी गई थी, जो अब समाप्त हो गई है।
रिटर्न जमा करने की योजना कौन बनाता है?
वित्त-वर्ष में रिटर्न जमा करने की तारीख कंपनी-कंपनी पर निर्भर करती है, जो वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद वार्षिक आम बैठक आयोजित होने की तारीख पर निर्भर करती है। वार्षिक आम बैठक आयोजित करने के लिए उपलब्ध अधिकतम समय वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद छह महीने होते हैं। कंपनियों के पास इसके साथ ही वार्षिक रिटर्न दाखिल करने के लिए दो महीने का समय होता है। ये फाइलिंग कंपनी के पंजीकरण और उसके प्रबंधन, मूल कंपनी, सहायक कंपनी और सहयोगियों के बारे में अन्य कॉर्पोरेट जानकारी और व्यावसायिक गतिविधियों के बारे में परिचालन विवरण की एक व्यापक तस्वीर देती है।
मिंट समाचार वेबसाइट ने 31 अगस्त, 2023 को रिपोर्ट दी थी कि कंपनियां मौजूदा फाइलिंग सीजन में यानी वित्त-वर्ष 2023 के लिए समय रहते रिटर्न और वित्तीय विवरण फाइल कर देना चाहिए। सरकार द्वारा जारी किए जा रहे नए उच्च-सुरक्षा फॉर्म की प्रतीक्षा किए बिना ये काम करें।
रिटर्न दर्ज करने के लिए तीन नए वर्जन लाए जा रहे हैं, जिससे प्रोफेशनल लोगों को कोई भी कठिनाई का सामना न करने पड़ा। इस प्रवाधान से यह सुनिश्चित करना है कि कॉर्पोरेट खुलासे वास्तविक हो और यह अधिकृत व्यक्तियों द्वारा ही किए जाएं।