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यूपी में कौन किसके साथ, CM योगी के या केशव प्रसाद मौर्य के

बीजेपी में अंतर्कलह जारी है. केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद से ही यूपी बीजेपी में बवाल मचा हुआ है। सवाल बस इतना है कि आखिर इस अंतर्कलह के पीछे की वजह क्या है? यूपी तक की रिपोर्ट के मुताबिक जब बनारस की जनता से ये पूछा गया कि वह मुख्यमंत्री के रूप में किसको देखना चाहते हैं तो जवाब चौंकाने वाले थे।
बनारस की लोगों का कहना है कि दिल्ली में नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के अलावा कोई दूसरा विकल्प है ही नहीं. एक व्यक्ति ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर क्या अंतर्कल है चल रहा है, इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। उनका कहना है कि अधिकारी बेलगाम हैं, लेकिन कई मोर्चों पर योगी सरकार ने शत प्रतिशत रिजल्ट दिए हैं. अधिकारियों के बेलगाम होने की बात पर एक व्यक्ति ने कहा कि हमें सीएम योगी से उम्मीदें हैं कि वह इसे ठीक करेंगे, क्योंकि योगी के नाम पर यूपी की जनता समझौता करने के मूड में नहीं हैं।

लोकसभा चुनाव में बीजेपी की कम सीटें आने को लेकर जनता का कहना है कि मोदी जी और योगी जी को फ्री हैंड छोड़ देना चाहिए। लोगों का कहना है कि यूपी में कम सीटें आने के पीछे का कारण ये है कि विपक्ष ने आरक्षण खत्म करने का प्रोपेगेंडा फैलाया और दूसरा कि योगी जी को हटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि न मोदी पर न योगी पर, किसी पर कोई आरोप नहीं लगे हैं. पहले के नेताओं के बारे में हर कोई जानता है।

एक शख्स ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल की हैसियत नहीं है कि वह आरक्षण के साथ छेड़छाड़ करे. उन्होंने कहा कि विपक्ष मुद्दा बनाता है और सरकार की तरफ से उसका कोई क्लीयरेंस नहीं आता है. बस इसलिए विपक्षी मुद्दों पर मुद्दे बनाते जाते हैं।

वही केशव प्रसाद मौर्य के बयान और दिल्ली दौरे को लेकर जब एक शख्स से पूछा गया तो उसने कहा कि मौर्य को कोई मतलब नहीं है। वो खुद अपनी विधानसभा हार गए थे. योगी जी सबसे पावरफुल नेता हैं. लोगों ने तो ये तक कह दिया कि योगी आदित्यनाथ देश के ब्रांड एम्बेसडर है. काशी के लोगो को योगी ही चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनाव के 6 महीने पहले से ही पार्टी के अंदर अंतर्कलह शुरू हो गया था. संगठन ने ठीक से काम नहीं किया अगर ठीक से काम किया होता तो 70 के ऊपर सीटें आती।

पान की दुकान चलाने वाले व्यक्ति ने कहा कि छोटे कार्यकर्ता कहीं गए ही नहीं. हम लोगों को पर्ची मिलती थी, चुनाव के समय जो किसी को नहीं मिली. वोटर लिस्ट से भी लोगों के नाम गायब थे. छोटे नेताओं की वजह से ही भारतीय जनता पार्टी चुनाव में ज्यादा सीट हार गई. पान विक्रेता ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ ही चाहिए. वहीं सबसे बेस्ट है. उन्होंने कहा कि जब से योगी जी मुख्यमंत्री बने हैं प्रदेश में कोई भी आपराधिक घटना नहीं हुई है।

एक शख्स ने कहा कि अगर केशव प्रसाद मौर्य सीएम बन जाते हैं तो उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य की पोजीशन एकदम खराब है. उनका कोई नहीं जानता है. वह दिल्ली जाए चाहे कहीं जाए, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. बस योगी मुख्यमंत्री की सीट से नहीं हटने चाहिए।

कुल मिलाकर वाराणसी की जनता ने केशव प्रसाद मौर्य को ना पसंद करते हुए योगी आदित्यनाथ को ही मुख्यमंत्री के रूप में देखने की बात कही है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम की कुर्सी पर।

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