
सेना भर्ती की केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में युवाओं का गुस्सा फूटा. गोला का मंदिर चौराहे पर सैंकड़ों छात्रों और युवाओं ने एकाएक चक्काजाम के साथ उग्र विरोध प्रदर्शन किया. जिसकी भनक किसी को भी नहीं थी. यह प्रदर्शन धीरे-धीरे उग्र आंदोलन में उस समय तब्दील हो गया, जब युवाओं का आक्रोश जवाब दे गया. युवा रैली के रूप में तोड़फोड़ करते हुए ग्वालियर के बिरला नगर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचे. रेलवे ट्रैक को अवरुद्धकर उत्पात मचाते हुए नजर आए. जब तक प्रशासन और पुलिस को घटना की सूचना मिली, तब तक युवा आपे से बाहर निकाल चुके थे.
प्रदर्शन के दौरान स्टेशन पर लगे चेयर और नल सहित अन्य वस्तुओं को तोड़फोड़ दिया. वहां से गुजर रही ट्रेनों में भी तोड़फोड़ की. पटरियों पर भी आगजनी की. घटना में कई यात्री भी घायल हुए. मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए सैकड़ों की संख्या में मौजूद युवाओं को खदेड़ना शुरू किया. उनपर आंसू गैस के गोले और हल्का बल का प्रयोग किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मौजूद युवा भागते हुए नजर आए. इलाके से गुजर रहे लोगों की प्रदर्शन को देखकर रूह कांप रही थी, डरे-सहमे लोग अपनी जान बचाते हुए अपने घरों में जा घुसे.
सरकार ने अपनी योजना वापस नहीं ली तो करेंगे बड़ा उग्र आंदोलन
एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि केंद्र सरकार युवाओं को छलने का काम कर रही है. हमारी तैयारियां करते-करते उम्र निकल गई, ऐसे में सरकार के इस निर्णय का हम पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं, अगर सरकार अपना निर्णय नहीं बदलती है, तो हम आगे भी और बड़ा उग्र आंदोलन करेंगे.
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सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़े करता है ये उग्र प्रदर्शन
इस उग्र प्रदर्शन से सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आसपास के जिलों के हजारों छात्र ग्वालियर में कैसे प्रवेश कर गए? और पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी?
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