Delta Variant: देश में कोरोना माहामारी (coronavirus) के बाद अब डेल्टा वैरिएंट (delta variant) ने लोगों को डरा दिया है। देशभर में डेल्टा वैरिएंट अब धीरे-धीरे अपना पैर जमा रहा है। डेल्टा वैरिएंट पर स्टडी कर रहे चीन के रिसर्च का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट अन्य सामान्य वैरिएंट के मुकाबले काफी ज्यादा खतरनाक है। डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की नाम में 1000 गुना ज्यादा वायरस मौजूद रहता है। इस स्टडी में ये भी बताया गया है कि एक संक्रमित व्यक्ति कई लोगों को एक बार में ही संक्रमित कर सकता है।
आपको बता दें, इस वक़्त चीन में भी डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। चीन की राजधानी बीजिंग में जुलाई के अंत में कराब एक दर्जन से अधिक संक्रमित लोग पाए गए हैं। डेल्टा वैरिएंट का सबसे पहला केस भारत में पाया गया था। लेकिन अब चीन में भी खतरे की घंटी बज चुकी है। चीन में 20 जुलाई से 3 अगस्त के बीच कोरोना लक्षणों वाले करीब 485 केस दर्ज किया गए है। लेकिन अभी ये नहीं पता लग पाया है कि इनमें से कितने डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित है।
यहां बीते बुधवार को 71 लोगों में डेल्टा वैरिएंट के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। इस समय चीन की समस्या इस डेल्टा वैरिएंट को जल्द से जल्स रोकना है। कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला चीन से ही आया था। जिसके बाद यहा सबसे पहले लॉकडाउन भी लगाया गया था। जब तक सभी देशों में वायरस का जाल फैला तब तक चीन इसपर काबू पाने में सफल हो चूका था। लेकिन अब एक बार फिर से चीन नए वैरिएंट की चंगुल में फंस चूका हैं।
ऐसे फैला चीन में डेल्टा वैरिएंट
खबरों की माने तो चीन में सबसे पहले डेल्टा संक्रमण जुलाई में मध्य में मास्को से पूर्वी चीनी शहर नानजिंग में पाया गया था। एक विदेशी फ्लाइट में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। जिसमें कुल सात यात्री वैरिएंट से संक्रमित बताये गए थे। जिसके बाद से ही ये फैलता गया। हवाई अड्डे से सफाई कर्मचारियों के समूह में फैला।
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।