*अपणी बिटिया तै प्रीत जोड़ तूं*
हाथ जोड़ कहूँ अम्मा मेरी
मैं हूँ बिन जन्मी नादान, इबै ना मारै मनै।
सै छह महीने का गर्भ तेरा
ना छीनै माँ तू नसीब मेरा
अम्मा मेरी मैं हूँ तेरी संतान, इबै ना मारै मनै।
मैं भी तेरै आंगण खेलूगी
तेरे दुखड़े मिलके झेलूंगी
अम्मा मेरी बात मेरी मान, इबै ना मारै मनै।
मान मनै भी धन तू अपणा
पूरा करूं तेरा हर सपना
अम्मा के तनै नुकसान, इबै ना मारै मनै।
बदल्या टेम सै लीक तोड़ तूं
अपणी बिटिया तै प्रीत जोड़ तूं
अम्मा मेरी मैं हूँ तेरी जान, इबै ना मारै मनै।
—प्रियंका ‘सौरभ’