नई दिल्ली। देशवासी जब सो रहे हैं तो दिल्ली विधानसभा परिसर गुलजार है। आम आदमी पार्टी व बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए विधानसभा परिसर में रात्रि धरना पर बैठे हुए हैं। आप विधायकों का धरना दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए चल रहा है। जबकि बीजेपी, आप सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करने के लिए धरना दे रही है।
क्या आरोप है आम आदमी पार्टी का?
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सोमवार की सुबह ही विधानसभा परिसर में धरने का ऐलान किया था। आप विधायकों ने देर रात धरना देते हुए कहा कि दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष रहते हुए काफी भ्रष्टाचार किया। विधायकों का आरोप है कि नोटबंदी के दौरान इनके द्वारा 2016 में अपने कर्मचारियों पर दबाव डाला गया और 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोट उनके माध्यम से बदलवाए गए। नोटबंदी के दौरान तत्कालीन खादी ग्रामोद्योग अध्यक्ष वीके सक्सेना ने कई सौ करोड़ रुपये इधर-उधर किए। इनके खिलाफ पीएमएलए के तहत केस दर्ज कर जांच होनी चाहिए।
उप राज्यपाल पर आरोप लगते ही बीजेपी का धरने का ऐलान
उधर, आम आदमी पार्टी द्वारा उप राज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाए जाने और पीएमएलए के तहत केस दर्ज जांच की मांग किए जाने के कुछ ही देर बाद बीजेपी भी सक्रिय हो गई। बीजेपी ने पलटवार करते हुए आप सरकार के दो मंत्रियों की बर्खास्तगी के लिए धरने का ऐलान कर दिया। भाजपा विधायक कथित भ्रष्टाचार को लेकर मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करने की मांग करते हुए विधानसभा परिसर में धरना दे रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के लोग, अपनी सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच से बचने के लिए उप राज्यपाल पर आरोप लगा रहे हैं।
दिल्ली में आबकारी नीति के खिलाफ वीके सक्सेना करा रहे जांच
उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने हाल ही में दिल्ली आबकारी की नई नीति के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। उनकी सिफारिश के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ईडी ने भी इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आप ने उप राज्यपाल सक्सेना पर दिल्ली सरकार के काम में ‘हस्तक्षेप’ करने का आरोप लगाया था।
आप और बीजेपी एक ही परिसर में दे रहे धरना
आप विधायक महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ हुए हैं। जबकि भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर के अंदर भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव की प्रतिमा के पास धरना शुरू कर दिया है। आप विधायक, एलजी वीके सक्सेना के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए गीत गा रहे, नारे लगा रहे और तख्तियां रखकर धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी को एलजी द्वारा कथित भ्रष्टाचार की जानकारी थी, लेकिन फिर भी उन्होंने उन्हें इस पद पर नियुक्त किया। आप विधायकों का कहना है कि केवीआईसी में काम करने वाले कैशियर ने पीएमओ को पत्र लिखकर सक्सेना की कारगुजारियों के बारे में अवगत कराया था कि वह करोड़ों रुपये के पुराने नोटों को बदलवाने के लिए दबाव बना रहे हैं।
उधर, बीजेपी के धरना दे रहे विधायकों का नेतृत्व कर रहे रामवीर सिंह बिधूडी ने कहा कि बीजेपी विधायकों की विधानसभा में नहीं सुनी जा रही है इसलिए वह लोग विधानसभा के बाहर बैठने को मजबूर हैं। बीजेपी के विधायकों का कहना है कि आप नेता बदला लेने की नियत से उप राज्यपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by ctahalaka.com.
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।