केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि दुनिया भारत की ताकत को समझने लगी है और उसे मानने भी लगी है। भारत अब किसी भी महाशक्ति से अपनी शर्तों पर समझौते करने या दोस्ती करने की स्थिति में पहुंच चुका है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध पर भारत का स्वतंत्र रुख हो या चीन द्वारा सीमा क्षेत्र के उल्लंघन पर उसे मिला जवाब, दुनिया भारत के हर कदम को नोटिस कर रही है। श्री जयशंकर शनिवार को अहमदाबाद में मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
दुनिया, हमारी ताकत का सम्मान कर रही
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (IIM-A) में ‘भारतीय विदेश नीति: एक परिवर्तनकारी दशक’ (Indian Foreign Policy: A Transformational Decade) पर एक व्याख्यान देते हुए एस.जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन युद्ध पर एक स्वतंत्र रुख अपनाकर भारत ने कई अन्य देशों की भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थितियों में पक्ष चुनने के लिए देशों पर बहुत दबाव होता है। उन्होंने कहा कि हमने एक स्वतंत्र रुख अपनाया है। हमारा यह कदम भारत के लोगों के लिए एक लाभकारी और निर्णायक कदम रहा। हमारा दृष्टिकोण देशहित में बेहद कल्याणकारी रहा। यही वजह है कि दुनिया हमारी ताकत, हमारे निर्णय, हमारे दृष्टिकोण को नोट कर रही है, उसका सम्मान कर रही।
हमें दृढ़ता के साथ बार्डर्स पर चुनौती दी
एस.जयशंकर ने कहा कि हम बेहद दृढ़ है। जब हमें बार्डर्स एरिया में चुनौती दी गई तो हमने मुंहतोड़ जवाब दिया। दो साल पहले चीन ने हमारी सीमा पर पूर्व में किए गए समझौतों का उल्लंघन किया, सेनाओं को क्षेत्र में तैनात किया। हम दृढ़ संकल्प के साथ मुकाबला करते रहे। खड़े रहे और डटकर मुकाबला कर जवाब देते रहे। दुनिया ने हमको देखा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय ने देखा कि भारत जमीन पर मजबूत और अपने हितों को रखने के मामले में मुखर हो रहा है। आगे भी हम मुखर रूप से अपने हित की बात करने की स्थिति में होंगे।
विदेश मंत्री ने कई उपलब्धियां गिनाईं
एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने कोविड महामारी में बेहतर प्रबंधन और सबसे पहले वैक्सीन लांच कर दुनिया को आईना दिखाया। हर ओर हमारे प्रबंधन की वाहवाही हो रही है। हमनें दुनिया के देशों में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन्स उपलब्ध कराएं। गरीब और जरुरतमंद देशों को फ्री में मेडिकल हेल्प व वैक्सीन उपलब्ध कराया। देश में डिजिटल इंडिया का उदय, अक्षय उर्जा केंद्रित विकास प्रोग्राम्स पर फोकस, इंडियन इकोनॉमी को रिवाइव करने से लेकर स्वच्छ भारत अभियानों के सफल संचालन करने में आगे रहे हैं। हमने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सबसे पहले निकाल लिया। इन सबसे देश की छवि दुनिया में बेहतर हुई है।
जयशंकर ने कहा कि हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। दुनिया के लिए भारत को सही ढंग से समझना एक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहे हैं। अभी एक दशक पहले ही हम दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थें अब पांचवीं हैं। उन्होंने कहा कि कई चुनौतियां भी देश के सामने हैं। जनसांख्यिकीय रूप से कई चुनौतियों को पार करना सबसे जरुरी है। हमकों अपनी संस्कृतियों, विरासत को भी संभालना है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने जो ब्रांड छवि बनाई है, उससे दुनिया में हमारी छवि बेहतर हुई है।
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