आपके दूध में जहरीला यूरिया तो नहीं, FSSAI ने जारी किया वीडियो, घर पर करें जाँच
आजकल घर में काम आने वाली खाने पीने की ज्यादातर चीजों में मिलावट होती है। जिस तरह से फलों और सब्जियों को केमिकल से पकाया जाता है। उसी तरह दूध में भी मिलावट की जाती है। बता दें कि दूध हर घर में रोजाना काम आता है।
वहीं ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर मे बहुत से लोग दूध में यूरिया मिला देते हैं। कम दूध में यूरिया, डिटर्जेंट, शुगर, साल्ट, फॉर्मेलिन जैस रसायन और चीजों को मिलाकर उसकी मात्रा बढ़ाई जाती है। वहीं दुर्भाग्यवश आम जनता को इस मिलावट का पता भी नहीं चलता। यह आपकी सेहत के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने बताया है कि आप अपने घर में दूध में यूरिया की जांच कैसे कर सकते हैं। FSSAI ने एक वीडियो जारी किया है।
दूध में इसलिए मिलाते हैं यूरिया
यूरिया एक कार्बनिक यौगिक है। इस रंग सफेद होता है और इसका इस्तेमाल फसलों के उत्पादन में किया जाता है। यह एक गंधहीन, जहरीला और बेस्वाद केमिकल है। इसे दूध में मिलाने से दूध का रंग नहीं बदलता है। इसे मिलाने से दूध गाढ़ा हो जाता है।
हो सकती है ये खतरनाक बीमारियां
कुछ लोग दूध में फैट की मात्रा बढ़ाने के लिए यूरिया मिलाते हैं। लेकिन यह केमिकल इतना खतरनाक है कि ये आपकी आंतों को खराब कर सकता है और पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। साथ ही मिलावटी दूध पीने से आपको किडनी डिजीज, दिल से जुड़े रोग, अंगों का खराब होना, कम दिखाई देना, कैंसर और यहां कि मौत भी हो सकती है।
FSSAI ने बताया पहचान का तरीका
FSSAI ने एक वीडियो अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें एक छोटा सा टेस्ट बताया गया है जिससे आप पता कर सकते हैं कि आपके दूध में यूरिया मिला हुआ है या नहीं। आप एक टेस्ट ट्यूब में 5एमएल दूध ले। इसके बाद उसमें 2एमएल आयोडीन मिलाएं। फिर उसके बाद उसे अच्छे से मिक्स कर लें। थोड़ी देर में अगर उसका रंग नहीं बदलता और वह yellowish Brown रहता है तो दूध सही है। लेकिन अगर उसका रंग chocolate red Brown हो जाए तो समझ जाइए आपके दूध में यूरिया मिला हुआ है।
दूध की ताकत छीन लेता है यूरिया
दूध प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन ए का बढ़िया स्रोत है। रोजाना दूध पीने से दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर और टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना कम होती है। यह हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करता है। मगर दूध में यूरिया जैसे केमिकल शामिल करने से इसकी ताकत खत्म हो जाती है।