राष्ट्रीयस्वास्थ्य

मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले पहुंचे 18 हजार पार, WHO ने कहा- पुरुष कम करें अपने सेक्स पार्टनर

Monkeypox Cases

कोरोना के बाद दुनिया मंकीपॉक्स से होने वाले संक्रमण को लेकर दशहत है. आलम यह है कि इन दिनों मंकीपॉक्स का वायरस दुनिया भर के देशों में तेजी से पैर पसारते हुए आगे बढ़ रहा है. आलम यह है अभी तक दुनिया के 78 देशों में मंकीपॉक्स के 18 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि संक्रमित देशों की संख्या यूरोप में सबसे अधिक है. वहीं भारत में अभी तक चार मामले सामने आ चुके हैं. वहीं इससे पूर्व ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मंकीपॉक्स को लेकर मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर चुका है. लेकिन, वर्तमान समय में मंकीपॉक्स के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए WHO ने दुनियाभर के पुरुषों से अपने सेक्स पार्टनर कम करने का आग्रह किया है.

गे और बॉयोसेक्सुअल लाेगों में सामने आए अधिक मामले

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा कई देशों में बढ़ते प्रकोप को वैश्विक आपातकाल घोषित करने के बाद पुरुषों से अपने यौन साझेदारों को “फिलहाल” कम करने पर विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि मई में सामने आने के बाद से 98 प्रतिशत मंकीपॉक्स के मामले समलैंगिक, उभयलिंगी और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले अन्य पुरुषों में पाए गए हैं. उन्होंने जोखिम वाले लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आह्वान किया.

जोखिम को कम करके संक्रमण को रोका जा सकता है

टेड्रोस ने जिनेवा से एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह एक ऐसा प्रकोप है जिसे रोका जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका संक्रमण के जोखिम को कम करना है. जिसके तहत पुरुष अपने सेक्स पार्टनर कम करके अपने और दूसरों के लिए सुरक्षित विकल्प चुन सकते हैं.

10 मिलियन खुराक की जरूरत

WHO का अनुमान है कि सभी उच्च जोखिम वाले समूहों को मंकीपॉक्स के प्रकोप से बचाने के लिए टीके की 5 मिलियन से 10 मिलियन खुराक की आवश्यकता होगी. वहीं संयुक्त राष्ट्र एजेंसी उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए टीकाकरण की सिफारिश कर रही है, जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता और कई यौन साथी वाले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष शामिल हैं.शनिवार को, डब्ल्यूएचओ ने प्रकोप को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया. वहींडब्ल्यूएचओ ने कहा कि वर्तमान प्रकोप में लगभग 10 प्रतिशत रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पांच की मौत हो गई है, ये सभी अफ्रीका में हैं.

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