निर्माणधीन नाला बनने से पहले हुआ धराशायी, बारिश ने खोली भ्रष्टाचार की पोल
(अमित माथुर)
एटा। क्लीन एटा-ग्रीन एटा और तमाम विकास को लेकर किए गए बड़े-बड़े दावे एक घंटे की बारिश में हवा-हवाई हो गए, एक घंटे की बारिश ने नगरपालिका में फल-फूल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी।
बारिश से नगरपालिका नरक पालिका में तब्दील हो गई, गली-मोहल्ले पानी में डूबे नजर आ रहे थे तो वहीं नगरपालिका द्वारा शहर में पानी निकासी के लिए बनाया जा रहा निर्माणधीन नाला गुणवत्ताहीन घटिया सामग्री के चलते बारिश में धराशायी हो गया।
प्रदेश सरकार शहर के विकास के लिए नगरपालिका को करोड़ों रुपए की राशि उपलब्ध करा रही है, लेकिन इसके बावजूद स्थिति आगे दौड़ पीछे छोड़ वाली बनी हुई है। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर अंगुली उठनी शुरू हो गई हैं। शहर में नपा प्रशासन द्वारा लाखों की लागत से बनाया जा रहा नाला रविवार को एक घंटे की बरसात को झेल नहीं पाया। यह नाला अभी निर्माणाधीन है। निर्माणाधीन नाले के टूटने के पीछे जहां घटिया निर्माण सामग्री को कारण बताया जा रहा हैं तो वहीं इसके निर्माण समय पर भी सवाल उठ रहे हैं।
बीजेपी सरकार व प्रशासन के आंख के नीचे ही कार्यों में जमकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार हो रहा है। पालिका द्वारा जारी कार्यों में हो रही कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का परिणाम निर्माण के दौरान ही सामने आ गया।