शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश), 5 सितंबर। जिले के सरकारी रिकार्ड में मृत घोषित करीब 70 वर्षीय एक व्यक्ति खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है। जिले के तिलहर थाना क्षेत्र के फतेहपुर निवासी ओमप्रकाश का कहना है कि वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए पिछले एक साल से सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहा है। ओमप्रकाश ने शनिवार को थाना दिवस में अधिकारियों के सामने पेश होकर कहा, ‘‘साहब मैं ओमप्रकाश हूं, जीवित हूं अभी मरा नहीं, परंतु अधिकारियों ने तो हमें जीते जी मार डाला, अब ना तो कोई आर्थिक मदद आ रही है और ना ही बैंक से मेरा पैसा निकल रहा है।
जिसके चलते खेत की सिंचाई नहीं कर सके और गन्ने की फसल सूख रही है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी अभिलेखों में एक वर्ष पहले ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया और जब वह वृद्धावस्था पेंशन का पैसा बैंक निकालने गए तो वहां बताया गया कि आप की मौत हो चुकी है ऐसे में खाते से पैसा नहीं निकल सकता। इसके बाद उनके गन्ने का बकाया पैसा चीनी मिल से आया परंतु वह भी नहीं निकल पाया और वह अधिकारियों के चक्कर लगाते लगाते थक चुके हैं।’’
तिलहर के तहसीलदार ज्ञानेंद्र सिंह ने पीटीआई/ को रविवार को बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और उन्होंने एक टीम को ओमप्रकाश के गांव भेजा है जो पूरे मामले की जांच करेगी। सिंह ने कहा कि यदि ओमप्रकाश को अभिलेखों में मृत दर्शाया गया है तो उन्हें पुनः जीवित दिखाया जाएगा तथा जिस स्तर पर भी यह गड़बड़ी हुई उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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