उत्तर प्रदेशएटा

डॉ0 आंबेडकर पार्क में”पूज्य माता रमाबाई अम्बेडकर जी” की 126 वीं जयन्ती समारोह हुया आयोजित..

माता रमाबाई अम्बेडकर प्रबुध्द महिला जाग्रति संघ एटा के तत्वाधान में दिनांक 11 फरवरी 2024 को अम्बेडकर नगर स्थित डॉ0 आंबेडकर पार्क एटा में”पूज्य माता रमाबाई अम्बेडकर जी” की 126 वीं भव्य जयन्ती समारोह हुया आयोजित..
समारोह में संगठन की अध्यक्ष डॉ0 मालती सिंह ने मन की सात्विकता, , सदाचार की पवित्रता, त्याग एवं बलिदान की प्रतिमूर्ति तथा बाबा साहेब की अद्वितीय शक्ति को सादर नमन करते हुए माता रमाबाई अम्बेडकर के जीवन परिचय पर विस्तार से विचार व्यक्त किये।समाज के सम्मानित एवं प्रबुद्ध सज्जनों, जैसा कि आप सभी अवगत हैं कि भारतीय समाज की ऐतिहासिक प्रगति की यात्रा अपनी गति से समय के अनुसार चलती आधी है। बहुजन समाज भी इस देश का शासक हजारों वर्षों तक रह्य समय परिवर्तन शील है यह प्रकृति का नियम है। समाज की ऐतिहासिक यात्रा के बीच ही भारत के इतिहासकार जैसा अपनी कृतियों में अभिलिखित करते हैं, कि भारत के मूल निवासी अत्ति सीदे-सादे, छल कपट से दूर, भाई-बारे के साथ रहते थे। भारत में तत्रसमय कोई सामाजिक विद्वेष नहीं था, सभी आपस में प्रेम पूर्वक रहते थे। लेकिन बाहरी शरारती तत्यों ने भारत में शरण पाकर अपनी चालाकी एवं कूटनीति से भारतीय समाज को जातियों के साथ विषमता पोषक वर्गो में विभाजित किया और भाग्य भगवान का भय बताकर बहुजन समाज पर अपना राजनैतिक एवं सामाजिक शासन स्थापित कर लिया। भारतीय समता मूलक समाज पिखण्डित होता चला गयाआ और अपनी विरासत खो बैठा, समाज लाचार एवं देवश हो गया। लेकिन विषम परिस्थितियों में बहुजन समाज में जन्मे महापुरूषों एवं विदुषी महिलाओं ने अपने समाज के प्रति निष्ठा एवं कर्तव्यपरायणता की मिशाल खड़ी करते हुए अपना अविस्मरणीय योगदान प्रदान करके समाज की कुरीतियो से संग्राम करके क्राति उत्पन्न कर सम्मान से जीवन जीने एवं बहुजन समाज को सम्मान का जीवन प्रदान किया। महापुरुयों में जहां महामानव तथागत, सम्राट अशोक, रात कबीर दास, रविदास जी, नारायण गुरु, जी, महात्मा ज्योतियाराव फूले, संत गाडगे जी, विश्व रत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर एवं महान महिलाओं में महामाया, यशोधरा सावित्री बाई फूले, भीमाबाई, झलकारी बाई नागेली, ऊदा देवी आदि के साथ-साथ धैर्यता, पवित्रता एवं सात्विकता की प्रतिमूर्ति महानायिका परमपूज्यनीय माता रमाबाई अम्बेडकर जैसी मान विभूतियों ने समाज में अपना असीम योगदान देकर बहुजन समाज में पुनः सम्मान से रहने, शासक बनने की एव ज्ञानक्रांति जगाक भारतीय संविधान रूपी महान ग्रन्थ माता रमाबाई के असीम त्याग के चलते बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर द्वारा भारत को सौंपा गया जिसके बल पर भारत का कोई नागरिक महिला/पुरुष भारत का शासक बन सकता है।
महासचिव प्रेमलता ने कहा कि अगर माता रमाबाई अम्बेडकर ने त्याग नही किया होता तो बाबा साहब वह कार्य नही कर पाते जिनकी वजह से आज हम सम्मान की जिंदगी जी रहे है।
*समारोह में प्रीति जयंत,शिवि गौतम,अनीता दुरानी,सपना सिंह रजनी दिनकर, रेखा जाटव ने भी अपने विचार व्यक्त किये।*
*कार्यक्रम की अध्यक्षता विमला देवी ग्राम प्रधान बारथर, रूबी देवी सिरसागंज से कमला बौद्ध सभासद,अलीगढ़ से पुष्पा गौतम शशि सिंह पूर्व ब्लॉक प्रमुख विशिष्ट अथिति के रूप में मौजूद रही।कार्यक्रम में मुख्य रूप सेकोषाध्यक्ष कामिनी माथुर , वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनी चौधरी, आरती सिंह सपना सिंह, अनीता राव, ज्ञान किशोरी ,रेखा जाटव अनीता दुर्रानी,प्रभा गौतम ,मीरा सिंह, सुनीता बौद्ध ,सर्वेश गौतम,प्रीति जयंत,नीलम मौर्या,अन्नू सुमन,कमलेश बौद्ध,सरोज सिंह,रुबिराज अम्बेडकर सुमन लता जाटव बबिता भारती, रेखा रानी, सुनीता बौद्ध रेखा आज़ाद सहित सभी पदाधिकारी व सैकड़ो महिलाये बच्चे उपस्थित हुए।*
संचालन -ममता सिंह व आरती सिंह ने किया।
समारोह में खचाखच भरे हाल में दर्जनों बच्चो ने मिशनरी गीत नत्य के भी अनेको कार्यक्रम दिए। जिसमे उल्फतराय इंटर कॉलेज द्वारा स्वम लिखित मिशनरी कविता व गीतों की प्रस्तुति की गई। मुझे चढ़ गया नीला रंग….. और भीम मेरा नंबर वन है…गाने पर उपस्थित सैकड़ो महिलाओ ने खूब सरहाया।

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