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UP: स्कूल जाने वाले हर बच्चे की बनेगी यूनिक आईडी, बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्र आसानी से होंगे ट्रैक

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उत्तर प्रदेश (UP) सरकार ने स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए एक यूनिक आईडी (Student Unique ID) बनाने की पहल की है. बरेली में भी अब प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले हर बच्चे की पहचान होगी. बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों की एक यूनिक आईडी बनाने जा रहा है. यूनिक आईडी से बच्चों की प्रगति होगी और स्कूल छोड़ने वालों का आसानी से पता चल सकेगा. यूनिक आईडी बनने के बाद स्कूलों में दाखिले से लेकर 12वीं तक प्रवेश दिया जाएगा. इस यूनिक आईडी से यह भी पता चल सकेगा कि बच्चा किस स्कूल में में पड़ता है. यूनिक आईडी के जरिए स्कूलों (School) में मिलने वाली योजनाओं को फर्जीवाड़े से रोका जा सकेगा.

इस तरह की खबरें भी सामने आती हैं कि कुछ बच्चे स्कूलों में एडमिशन सेने के बाद पढ़ने जाते ही नहीं हैं. वह प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश ले लेते हैं, लेकिन इस बात का पता ही नहीं चल पाता. ऐसी स्थिति में कई बच्चे सरकारी स्कीम का लाभ लेते रहते हैं. यूनिक आईडी बनने के बाद बच्चे डबल फायदा नहीं उठा सकेंगे. बरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने कहा यूनिक आईडी बनने से तुरंत फर्जीबाड़े का पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि यूनिक आईडी से ये भी आसानी से पता चल जाएगा कि बच्चे किसी स्कूल में पढ़ाई कर भी रहे हैं या नहीं.

हर छात्र की होगी यूनिक आईडी

उत्तर प्रदेश में स्कूल जाने वाले हर एक बच्चे की यूनिक आईडी होगी. इससे उसके बारे में सभी जरूरी जानकारियां जुटाई जा सकेंगी. इसे बनाने के पीछे सरकार का मकसद है कि बीच में स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की ट्रैकिंग की जा सके. इसके साथ ही सरकारी योजनाओं के सभी लाभार्थियों का भी सही पता चल सकेगा. साथ ही योजनाओं में होने वाले फर्जीवाड़े को आसानी से रोका जा सकेगा. यूनिक आईडी के जरिए सरकार बच्चों पर पैनी नजर रखेगी.

पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की होगी जानकारी

जानकारी के मुताबिक यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग के तरह करीब ढाई लाख स्कूल हैं. साथ ही प्राइवेट स्कूल भी बड़ी संख्या में हैं. लेकिन बहुत से छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं, जिसका पता चल ही नहीं पाता है. अब ऐसा बच्चों का पता आसानी से लगाया जा सकेगा.

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