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UP परिवहन निगम की इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनें मंगलवार को हुई धड़ाम, साइबर अटैक

लखनऊ। परिवहन निगम की हाईटेक व्यवस्था में सेंध लग गई। एक साल से चल रही 11,388 इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनें मंगलवार को धड़ाम हो गई, क्योंकि यह सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनी ‘ओरियन प्रो’ के डाटा सेंटर में देर रात साइबर अटैक होने से सारे डाटा खराब हो गए।
कंडक्टरों को मैनुअल टिकट बनाने पड़े, इससे निगम की बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ है।

उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की सभी बसों को एंड्रायड आधारित नई इलेक्ट्रॉनिक टिकट जारी करने वाली मशीनों से पिछले साल लैस किया गया। इस कदम से परिवहन निगम के साथ यात्रियों को भी सुविधा हुई। जहां एक तरफ टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग के साथ रियल टाइम एक्चुअल डाटा मिलने लगा, वहीं यात्रियों को टिकट के भुगतान में आने वाली कठिनाइयां भी दूर हुई। इस कार्य से नागरिक सेवाओं का डिजिटाइजेशन भी हुआ। बड़ी संख्या में कंडक्टर ईटीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन से टिकट बनाने में कुशल हो गए।

यूपी में ओरियन प्रो नाम की कंपनी यह सुविधा मुहैया करा रही है और यूपी में 11,388 ईटीएम मुहैया कराया है। इस कंपनी का डाटा सेंटर मुंबई में है। डाटा हैकर्स ने कंपनी के डाटा सेंटर पर साइबर अटैक किया जिसे मालवेयर या रैनसम अटैक बताया जा रहा है। इससे सारे डाटा खराब हो गए।

सोमवार मध्यरात्रि में उन बसों में इसका प्रभाव नहीं पड़ा जहां से ईटीएम जारी हो चुके थे लेकिन, मंगलवार भोर में जिन बसों को विभिन्न रूटों पर रवाना किया गया, वह मशीनें काम नहीं कर रही थी। दिन चढ़ने के साथ ही समस्या गहराती गई।

एआरएम आरके वर्मा ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र में प्रतिदिन 645 बसों का संचालन होता है, ईटीएम की वजह से 570 बसें ही संचालित हो सकी। यही हाल प्रदेश के अन्य 115 डिपो का रहा।

परिवहन निगम के जीएम आइटी यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि मुंबई में इस संबंध में एफआईआर हुई है और सुविधा बहाल करने की कोशिश जारी है। प्रदेश भर के सभी क्षेत्रों को निर्देश दिया गया है कि कंडक्टर व्यवस्था सामान्य होने तक मैनुअल टिकट पहले की तरह बनाएं। उन्होंने कहा कि इसका असर बसों के आवागमन व टिकट बनाने पर बिल्कुल नहीं पड़ा है।

कंडक्टर को ईटीएम के साथ मिलते मैनुअल टिकट

रोडवेज के किसी भी डिपो से बस रवाना करने से पहले उसे ईटीएम के साथ ही पर्याप्त मैनुअल टिकट दिए जाते हैं, ताकि रास्ते में यदि मशीन काम न करे या खराब हो जाए तो यात्रियों को परेशानी न हो। यह समानांतर व्यवस्था मंगलवार को कठिन समय में निगम के काम आई।

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