Aaj ka Panchang 13 November 2022:हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल(Dishashool), भद्रा(Bhadra), पंचक(Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.
कब रहेगा राहुकाल
ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक दिन लगने वाला राहुकाल एक ऐसा समय होता है, जिसमें किसी काम को करने पर उसमें अड़चन आने या फिर उसके असफल होने की आशंका बनी रहती है। पंचांग के अनुसार आज रविवार को राहुकाल सायंकाल 04:08 से 05:28 बजे तक रहेगा। ऐसे में किसी भी कार्य को करते समय राहुकाल का विशेष ध्यान रखें।
किधर रहेगा दिशाशूल
पंचांग के अनुसार किसी भी कार्य को करते समय राहुकाल की तरह दिशाशूल का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्येांकि इसमें किए जाने वाले काम में अड़चन आने की आशंका बनी रहती है। पंचांग के अनुसार आज रविवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहता है। ऐसे में आज इस दिशा में जाने से बचें, लेकिन यदि पश्चिम दिशा में जाना बहुत जरूरी हो तो व्यक्ति को इस दिशा से जुड़े दोष से बचने के लिए दलिया और घी खाकर निकलना चाहिए।
13 नवंबर 2022 का पंचांग
(देश की राजधानी दिल्ली के समय पर आधारित)
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
दिन (Day) | रविवार |
अयन (Ayana) | दक्षिणायन |
ऋतु (Ritu) | शरद |
मास (Month) | मार्गशीर्ष मास |
पक्ष (Paksha) | कृष्ण पक्ष |
तिथि (Tithi) | पंचमी रात्रि 10:25 बजे तक तदुपरांत षष्ठी |
नक्षत्र (Nakshatra) | आर्द्रा प्रात:काल 10:18 बजे तक पुनर्वसु |
योग (Yoga) | साध्य रात्रि 10:51 बजे तक तदुपरांत शुभ |
करण (Karana) | कौलव प्रात:काल 11:37 बजे तक तदुपरांत तैतिल |
सूर्योदय (Sunrise) | प्रात:काल 06:42 बजे |
सूर्यास्त (Sunset) | सायंकाल 05:28 बजे |
चंद्रमा (Moon) | मिथुन राशि में |
राहु काल (Rahu Kaal Ka Samay) | सायंकाल 04:08 से 05:28 बजे तक |
यमगण्ड (Yamganada) | दोपहर 12:05 से 01:26 बजे तक |
गुलिक (Gulik) | दोपहर 02:47 से 04:08 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) | प्रात:काल 11:44 से दोपहर 12:27 बजे तक |
दिशाशूल (Disha Shool) | पश्चिम दिशा में |
भद्रा (Bhadra) | — |
पंचक (Pnachak) | — |
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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