
ताजमहल में प्रदूषण और गंदगी की तस्वीर शेयर करने वाली एक्टिविस्ट इन दिनों इजिप्ट में COP 27 में भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंची हैं. लिसीप्रिया वैसे तो बहुत छोटी उम्र से ही पर्यावरण के लिए काम कर रही हैं लेकिन वो सुर्ख़ियों में इस साल जून में आईं जब उन्होंने ताजमहल के साथ फोटो शेयर की. फोटो में उन्होंने दिखाया कि ताजमहल में कितनी गंदगी है. आस पास कितना कचरा इकठ्ठा किया गया है. फोटो डालते ही ये खबर सोशल मीडिया में वायरल हो गई और अगले ही दिन ताजमहल की तस्वीर बदल गई. प्रशासन ने वहां सफाई कराई और पूरा कचरा हटाया. टीवी 9 से एक्सक्लूसिव बातचीत में लिसीप्रिया ने बताया कि उन्हें बहुत दुःख हुआ , ताजमहल एक टूरिस्ट जगह है और अगर हम उसे साफ सुथरा नहीं रखेंगे तो हमारे देश का नाम खराब होगा. यही वजह थी कि उस तस्वीर के साथ उन्होंने प्रोटेस्ट किया.
मणिपुर की रहने वाली लिसीप्रिया ने दिल्ली और उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण पर भी बात की. उन्होंने कहा ये राजनीति का समय नहीं है और स्कूल बंद करना एक टेम्पररी समाधान है, राज्य सरकारों को एक साथ केंद्र के साथ बैठकें लेनी चाहिए और इसका परमानेंट उपाय ढूंढना चाहिए. प्रदूषण पर उन्होंने कहा की अब एक इमरजेंसी बैठक की ज़रूरत है. अभी राजनीति या फिर एक दूसरे पर आरोप लगाने का समय नहीं है. लिसीप्रिया के मुताबिक ये पीढ़ी प्रदूषण का शिकार है और वो नहीं चाहती की आने वाली पीढ़ी भी इसका हिस्सा बनें और इसीलिए इस प्रदूषण को जड़ से मिटाने को ज़रूरत है.
भारत की ग्रेटा सुनना नहीं पसंद
लिसीप्रिया कहती हैं कि कभी कभी लोग मुझे भारत की ग्रेटा कहकर सम्बोधित करते हैं और ये मुझे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता. उन्होंने कहा कि मैं किसी की आइडेंटिटी नहीं लेना चाहती क्योंकि मेरी खुद की पहचान है. लोग मुझे कभी कभी कहते हैं तुम अभी बहुत छोटी हो, पढ़ाई पर ध्यान दो’ , पर मेरा मानना है कि बड़े छोटे से कुछ नहीं होता, बूंद-बूंद से सागर बनता और ऐसे ही छोटे छोटे प्रयासों से मैं भारत को अच्छा और प्रदूषण रहित देश बनाना चाहती हूं.
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