आन्ध्र प्रदेशराज्य

प्राकृतिक खेती को लेकर बोले आंध्र प्रदेश के राज्यपाल, जलवायु संकट को दूर करने के लिए कारगर

Natural Farming

देश में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार से प्रयास किए जा रहे हैं. कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें इसके फायदों के बारे में बताया जा रहा है साथ ही उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. इस बीच आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ने भी प्राकृतिक खेती की वकालत की है. राजभवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचरण ने प्राकृतिक खेती की सराहना की और राज्य के किसानों की तारीफ करते हुए कहा कि किसानों ने अपने उत्साह और प्रयासों से राज्य को गौरान्वित किया है.

इस मौके पर राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचरण ने प्राकृतिक खेती की थीम पर बनी तेलुगु भाषा में बनी फूल लेंथ मूवी अमृथा भूमि (Amritha Bhumi) के ऑडियो और वीडियो गाने जारी किए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने जैविक खेती पर एक नीति दस्तावेज लाने के राज्य सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि प्राकतिक खेती जलवायु संकट को दूर करने का एक रास्ता है. राज्यपाल ने कहा कि जिस उद्देश्य अमृथा भूमि का निर्माण हुआ है वो अवश्य पूरा होगा. अमृथा भूमि तेलुगु भाषा फिल्म है. यह एक फूल लेंथ फीचर फिल्म है जिसका मकसद लोगों को एक खास विषय पर जागरुक करना है.

फिल्म के जरिए जागरुकता फैलाने में मिलेगी मदद

फिल्म का निर्माण एक गैर संस्कारी जट्टू ट्र्स्ट द्वारा किया गया है. राज्य के किसानों, किसानों की संस्थाओ और महिला समूहों के बीच प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में रायथू संस्था के सहयोग से यह फिल्म संदेश देने और जागरुकता फैलाने में मदद करेगी. राज्यपाल अमृथा भूमि फिल्म बनाने वालों के प्रयासों के लिए जट्टू ट्रस्ट के सदस्यों और लेखकों, निर्देशकों, निर्माताओं, तकनीशियनों और रायथु साधिका संस्था के अधिकारियों की टीम को बधाई दी.

प्रदेश के छह लाख किसान करते हैं प्राकृतिक खेती

इस मौके पर राज्य रायथु साधिका संस्था के कार्यकारी उपाध्यक्ष टी विजय कुमार ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य में किसानों का एक शीर्ष निकाय रायथु साधिका संस्था प्राकृतिक खेती के बारे में लोगों को जागरुक करने का कार्य कर रही है, प्रदेश में आज छह लाख से अधिक किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है. यही कारण है कि राज्य को देश में प्राकृतिक खेती के लिए एक संसाधन एजेंसी के रूप में मान्यता दी गई है. राज्य में हो रही प्राकृतिक खेती ने अन्य राज्यों का ध्यान भी आकर्षित किया है. इस अवसर पर आरपी सिसोदिया, राज्यपाल के विशेष मुख्य सचिव, डॉ डी परिनैडु, जट्टू ट्रस्ट के संस्थापक और कार्यकारी ट्रस्टी, वंगापांडु उषा, अध्यक्ष, एपी स्टेट क्रिएटिविटी एंड कल्चर कमीशन,फिल्म की कहानी और गीत लिखने वाले दिवंगत वांगपांडु प्रसाद राव की बेटी और अन्य लोग मौजूद थे.

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