Queen Elizabeth Death: महारानी एलिजाबेथ का 96 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी थीं। बुधवार को महारानी की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी।डॉक्टर्स ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए सभी परिजन को इत्तला कर दी थी। वह पिछले 24 घंटे से सुपरविजन में थीं। 96 वर्षीय महारानी को पिछले साल अक्टूबर से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। महारानी एलिजाबेथ के निधन पर पीएम मोदी ने दु:ख जताया है।
बुधवार को महारानी की पूर्व निर्धारित एक मीटिंग को स्थगित कर दिया गया था। वह अपने राजनीतिक सलाहकारों के साथ मीटिंग करने वाली थीं। लेकिन डॉक्टर्स ने स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए आराम करने की सख्त सलाह दी थी। खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें चलने और खड़े होने में कठिनाई हो रही थी।
महारानी की बिगड़ी हालत के बाद परिवार के लोग जुटने लगे थे
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के डॉक्टर्स द्वारा उनकी स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताने के बाद परिवार के लोग पैलेस पहुंचने लगे थे। ब्रिटिश रॉयल फैमली में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ को लेकर रॉयल फैमिली के डॉक्टर्स ने चिंता जता दी थी। उनकी बिगड़ी हालत के बाद महारानी के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स 73, प्रिंसेस ऐनी 72, प्रिंस एंड्रयू 62 और प्रिंस एडवर्ड 58 आदि स्कॉटलैंड के बाल्मोरल स्थित रॉयल पैलेस पहुंचने के लिए निकल चुके थे। महारानी, बकिंघम पैलेस से स्कॉटलैंड में गर्मियों में आई थीं। प्रिंस चार्ल्स के बेटे प्रिंस विलियम, उनके छोटे बेटे प्रिंस हैरी, हैरी की पत्नी मेघन भी बाल्मोरल पहुंचने वाले हैं। हैरी और मेघन, यूएस से स्कॉटलैंड पहुंचने के लिए निकले हैं।
पिता किंग जार्ज VI के बाद बनाई गई थीं उत्तराधिकारी
क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी 1952 में की गई थी। वह अपने पिता किंग जॉर्ज VI के उत्तराधिकारी के रूप में गद्दी संभाली थी। महारानी, रॉयल परिवार में सेवा देने वाली सबसे अधिक कार्यकाल तक जीवित रहीं। उन्होंने 70 सालों तक राज किया।
मंगलवार को 16वीं प्रधानमंत्री लिज ट्रस के नाम का किया था ऐलान
कंसरवेटिव पार्टी की नेता बनने के बाद लिज ट्रस को देश का 16वां प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान महारानी एलिजाबेथ ने ही मंगलवार को किया था। केवल विंस्टन चर्चिल को किंग जार्ज ने शपथ दिलाई थी। अन्य सभी 15 प्रधानमंत्रियों के नामों का ऐलान व नियुक्ति महारानी एलिजाबेथ ने ही किया है।
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।