वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन(US President Joe Biden) ने अपने प्रशासन में अब तक 130 भारतीय-अमेरिकियों को( Indian-Americans) प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है। व्हाइट हाउस के एक सीनियर आफिसर ने कहा कि यह इस कम्युनिटी का सबसे अच्छा प्रतिनिधिनित्व है, जो अमेरिकी आबादी का करीब 1 प्रतिशत है। यूएस कैपिटल में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बिडेन प्रशासन का प्रतिनिधित्व करते हुए भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए राज पंजाबी ने कहा कि यह गर्व की बात है। बता दें कि राज पंजाब वर्तमान में व्हाइट हाउस की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में ग्लोबल हेल्थ सिक्योरिटी और बायोडिफेंस (जैव रक्षा) के सीनियर डायरेक्ट के रूप में कार्यरत हैं।
75 भारतीय-अमेरिकी संगठन आजादी का अमृत महोत्सव मनाने एक हुए
1947 के बाद भारत की यात्रा के इस ऐतिहासिक मील के पत्थर यानी आजादी का अमृत महोत्सव को मनाने 75 भारतीय-अमेरिकी संगठन एक साथ आए हैं। इन संगठनों में प्रमुख हैं-यूएस इंडिया रिलेशनशिप काउंसिल, सेवा इंटरनेशनल, एकल विद्यालय फाउंडेशन, हिंदू स्वयंसेवक संघ, GOPIO सिलिकॉन वैली, यूएस इंडिया फ्रेंडशिप काउंसिल और सरदार पटेल फंड फॉर सनातन संस्कृति।
विषय था एक साथ मजबूत: यूएस-इंडिया पार्टनरशिप
बुधवार के उत्सव का विषय-एक साथ मजबूत: यूएस-इंडिया पार्टनरशिप था। राज पंजाबी ने कहा, मुझे ऐसे प्रशासन का हिस्सा होने पर गर्व है, जो विविधता के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे नेताओं के साथ सरकार बना रहा है जो अमेरिका की तरह दिखते हैं और उसका प्रतिनिधित्व करते हैं। राष्ट्रपति बिडेन ने इस वर्ष अपने स्वतंत्रता दिवस संदेश में उल्लेख किया कि लगभग 40 लाख भारतीय अमेरिकियों सहित दुनिया भर के लोगों ने 15 अगस्त को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाई। महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा का स्थायी संदेश के साथ अमेरिका भारत के लोगों के साथ उनकी लोकतांत्रिक यात्रा का सम्मान करने के लिए शामिल हुआ।
उन्होंने कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका अपरिहार्य भागीदार(indispensable partners) हैं और यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप रूल्स आफ लॉ और मानव स्वतंत्रता और गरिमा को बढ़ावा देने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है। भारत और अमेरिका दोनों में आजादी और गरिमा के सपनों को कुचला जा सकता था, लेकिन आजादी की लड़ाई लड़ने वालों के प्रयासों से आज अमेरिका और भारत का सपना जिंदा है। उन्होंने कहा कि यह हमारे साझा कार्य में जीवित है, क्योंकि राष्ट्रपति बिडेन ने कहा है कि स्वतंत्रता और सम्मान को बढ़ावा देना जारी रखें। इस मौके पर एशियाई अमेरिकियों, हवाई मूलनिवासियों और प्रशांत द्वीप वासियों पर राष्ट्रपति के सलाहकार आयोग के सदस्य( Advisory Commission on Asian Americans, Native Hawaiians, and Pacific Islanders) अजय जैन भूटोरिया ने कहा, “पिछले कई वर्षों में भारत-अमेरिका संबंध गहरे हुए हैं।”
इंडियास्पोरा(Indiaspora) द्वारा तैयार की गई लिस्ट के अनुसार, 40 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों को देश भर में विभिन्न कार्यालयों के लिए चुना गया है। प्रतिनिधि सभा में चार हैं- डॉ. अमी बेरा, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल। इनमें चार मेयर भी शामिल हैं। गूगल के भारतीय-अमेरिकी सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक भारतीय-अमेरिकी अमेरिकी कंपनियों के प्रमुख हैं। अन्य लोगों में एडोब के शांतनु नारायण, जनरल एटॉमिक्स के विवेक लाल, डेलॉइट के पुनीत रेनजेन और फेडएक्स के राज सुब्रमण्यम शामिल हैं।
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