नोम पेन्ह (कंबोडिया)। भारत हो या कोई और देश, अधिकतर समाज में शादी से पहले लड़कियों के सेक्स संबंध को गलत माना जाता है। हालांकि एक जगह ऐसी है जहां लड़कियों को इसके लिए रोका नहीं जाता। इसके उलट खुद पिता जवान हो रही लड़की के लिए अलग झोपड़ी बनाते हैं ताकि बेटी अपने प्रेमी संग रात बिता सके। इसका मकसद लड़की को प्राइवेसी देना है, जिससे वह अपने लिए सही जीवनसाथी की तलाश कर सके। आगे पढ़ें क्रेउंग जनजाति के रिवाज के बारे में खास बातें…
इस रिवाज को कोलंबिया के रतनकिरी क्षेत्र के जंगली इलाके में बसने वाली जनजाति क्रेउंग के लोग निभाते हैं। क्रेउंग लोग खेती पर निर्भर हैं। वे सुबह उठते हैं और खेती के काम में जुट जाते हैं। वे चावल की खेती करते हैं और जंगल से फल व सब्जियां लाते हैं। क्रेउंग जनजाति में लड़की और लड़के में भेद नहीं बरता जाता। लड़कियां लड़कों की तरह सभी काम करती हैं।
इस जनजाति की लव लाइफ दुनियाभर के लोगों के लिए आश्चर्य का विषय है। लड़की की उम्र 13-15 साल होती है तो उसके पिता अपने घर से अलग बेटी के लिए बांस की झोपड़ी बनाते हैं ताकि बेटी लड़कों से मिल सके और उनसे बातें कर सके। इस तरह की झोपड़ी को लव हट कहा जाता है। क्रेउंग शादी से पहले सेक्स संबंध को न सिर्फ स्वीकार करते हैं, बल्कि इसे बढ़ावा देते हैं। उनका मानना है कि इसकी मदद से युवा लड़की अपने लिए मनचाहे साथी की तलाश कर पाती है।
लव हट में लड़की की मर्जी चलती है। वह अपने पसंद के लड़के को झोपड़ी में बुलाती है। यहां लड़का और लड़की बातें करते हैं। लड़के आक्रामक नहीं होते। उन्हें सिखाया जाता है कि लड़कियों के प्रति उनका सम्मानजनक व्यवहार उनके परिवार के पशुओं को प्रभावित करेगा। वे इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं।
2011 में मैरी क्लेयर नाम की एक रिसर्चर ने क्रेउंग जनजाति के लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने लड़कियों से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में पूछा था। मैरी क्लेयर ने इसके बारे में दुनिया को जो जानकारी दी वह आंखें खोलने वाली थी। लड़कियों ने बताया कि लव हट से उन्हें यह जानने का मौका मिलता है कि किस लड़के से विवाह करना चाहिए। क्रेउंग समाज में तलाक अनसुनी बात है। बदचलन लड़की जैसा कोई शब्द नहीं है।
लड़की अपनी झोपड़ी में एक बार में एक से अधिक प्रेमियों को बुला सकती है। अगर लड़की उनमें से किसी एक को चुनती है तो दूसरे लड़के इसके लिए लड़ाई नहीं करते। वे लड़की के फैसले का सम्मान करते हैं। क्रेउंग समाज में यौन हिंसा दुर्लभ है। यहां बलात्कार जैसा जघन्य अपराध नहीं होता। शादी से पहले सेक्स संबंध के चलते अवांछित गर्भावस्था की परेशानी होती है, लेकिन आमतौर पर लड़की जिस प्रेमी को चुनती है वह बच्चे को अपना लेता है।
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