कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनावों पर हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस सांसद ने पहले ही बिहार विधानसभा चुनाव में हार मान ली है, यही कारण है कि वो इस तरह के बयान दे रहे हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि अगर राहुल गांधी को किसी संस्था में खामियां ढूंढनी हैं तो वह उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस है।
चिराग पासवान ने संवाददाताओं से कहा कि “कांग्रेस और उसके नेताओं के साथ समस्या यह है कि जब आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता होती है, तो वे चुनाव हारने के बहाने ढूंढते हैं… अगर राहुल गांधी को किसी संस्था में दोष खोजने की जरूरत है, तो वह संवैधानिक संस्था नहीं, बल्कि उनकी अपनी कांग्रेस पार्टी होनी चाहिए… चुनाव आयोग को दोष देना, किसी पर चुनाव फिक्सिंग का आरोप लगाना, यह कहना कि ईवीएम दोषपूर्ण है, यह सब दिखाता है कि राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव में पहले ही हार स्वीकार कर ली है… बिहार के बाद, ये लोग असम और बंगाल जैसे राज्य भी हार जाएंगे । ”
तेजस्वी यादव ने किया समर्थन
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव इस वर्ष के अंत में होंगे। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का पुरजोर समर्थन करते हुए बीजेपी पर मोदी सरकार में संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक करने का आरोप लगाया।
क्या बोले तेजस्वी
रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि “जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, सभी संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक कर लिया गया है। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा करने से पहले ही भाजपा आईटी सेल को शेड्यूल पता चल जाता है। हमारी नजर हर चीज पर है। संवैधानिक संस्थाओं को अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाना चाहिए… सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। सभी जानते हैं कि सभी संस्थाएं भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में काम करती हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “सभी लोग मिलकर काम कर रहे हैं, सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिहार को मजबूत करने के लिए।।
इससे पहले शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट कर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनावों के संबंध में अपने आरोपों पर ईसीआई की प्रतिक्रिया का उल्लेख किया और कहा कि “बिचौलियों को हस्ताक्षर रहित, टालमटोल वाले नोट जारी करना गंभीर सवालों का जवाब देने का तरीका नहीं है।
