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हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती हुई सक्रिय होने लगा 2027 का खाका तैयार

Lok Sabha Results 2024: बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार का सामना करना पड़ा है. साल 2019 में 10 सीटों पर चुनाव जीतने वाली बसपा 2024 में जीरो पर ही सिमट गई, जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव शुरू कर दिए हैं।
विधानसभा चुनाव को लक्ष्य बनाते हुए बसपा ने पूरे प्रदेश का चार सेक्टरों में बांट दिया है।

लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब बहुजन समाज पार्टी आगे की तैयारी में जुटी है. बसपा की नजर 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं. जिसे देखते हुए पार्टी संगठन में बदलाव किए गए हैं. पूरे प्रदेश को चार सेक्टर में बाँटा गया है. पश्चिमी यूपी के चार मंडल मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और बरेली को सेक्टर एक में रखा गया है. इसके लिए मुनकाद अली समेत चार नेताओं को नियुक्त किया गया है जो इस सेक्टर में बसपा के संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे।

मुनकाद अली सेक्टर एक के मुख्य सेक्टर इंचार्ज होंगे. उनके अलावा चार अन्य नेता मंडलवार पार्टी की कार्यप्रणाली को देखेंगे. इसमें मुरादनगर मंडल को गिरीश चंद्र जाटव, बुलंदशहर में राजकुमार गौतम और मेरठ में दारा सिंह प्रजापति संगठन का काम देखेंगे।
बसपा के संगठन में भी बदलाव किए गए हैं. पश्चिमी यूपी में प्रभारी पद की व्यवस्था को ख़त्म कर दिया गया है. इसकी ज़िम्मेदारी संभालने वाले नेता शम्सुद्दीन राईन अब लखनऊ आ गए हैं. वो अवध और बुंदेलखंड सेक्टर का काम देखेंगे. वहीं प्रयागराज के ज़िलाध्यक्ष आरबी त्यागी और प्रतापगढ़ के ज़िलाध्यक्ष को हटा दिया गया है. उनकी जगह नए ज़िलाध्यक्ष बनाए गए हैं।

लोकसभा चुनाव में जीरो पर सिमटने के बाद बसपा सुप्रीमो हार के कारणों की समीक्षा के लिए पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर चुकी हैं. और उनके फीडबैक के आधार पर जिला अध्यक्षों और कोऑर्डिनेटरो से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी गई हैं. वहीं मायावती ज़िम्मेदार पदाधिकारियों पर भी ताबड़तोड़ एक्शन ले रही हैं. बसपा ने पूर्व मुख्य मंडल प्रभारी अशोक कुमार गौतम और कौशांबी सीट से बसपा प्रत्याशी शुभ नारायण गौतम को पार्टी से बाहर निकाल दिया है।

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