खबरों की मानें तो बद्दी में फर्जी दवा कंपनी खोली गई, 8 ब्रांड की नकली दवाएं बनती रही, दवाएं बेची भी होंगी, लेकिन ताज्जुब की बात है कि इतना सब कुछ होता रहा और कितने समय से धंधा चलता रहा होगा, इसकी किसी को भी भनक तक नही लगी। मगर अच्छी बात यह है कि भले ही देर से सही, पर फर्जी धंधा करने वाले कथित तौर से कानून के हत्थे चढ़ गए। फर्जी दवाएं बनाने और बेचने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए जो दूसरों की जिंदगी से खेलते हैं। प्रशासन को भी चुस्त-दुरुस्त और चौकन्ना रहने की जरूरत है ताकि नकली दवा कंपनियों और नकली/फर्जी दवाओं के निर्माण को समय रहते रोका जा सके। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ लाइसैंसशुदा दवाई निर्माता कंपनियां फर्जी या नशीली दवाइयां बनाने का कारोबार करती हों।
-रूप सिंह नेगी, सोलन
By: divyahimachal
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