नई दिल्ली। भारत की यात्रा पर पहुंची बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आदि से भी मुलाकात की हैं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान नदी के पानी के बंटवारे से लेकर अंतरिक्ष तक के क्षेत्रों में सहयोग के लिए सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग, संपर्क, ऊर्जा, जल संसाधन, व्यापार और निवेश, सीमा प्रबंधन आदि मुद्दों पर विस्तृत वार्ता की है। दोनों पड़ोसियों ने एक दूसरे के सहयोग और साझेदारी को और मजबूत करने पर बल दिया।
आतंकवाद व कट्टरवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे
शेख हसीना और पीएम मोदी के बीच हुई वार्ता में दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने आतंकवाद व कट्टरवाद के खिलाफ सहयोग पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 1971 की भावना को जीवित रखने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम उन ताकतों का संयुक्त रूप से सामना करें जो हमारे आपसी विश्वास पर हमला करना चाहती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास भागीदार है। जबकि हसीना ने कहा कि भारत उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण और निकटतम सहयोगी है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश-भारत द्विपक्षीय संबंध पड़ोस की कूटनीति के लिए एक आदर्श के रूप में जाने जाते हैं। हसीना ने आशा जताई कि दोनों देश तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे के मुद्दे को सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि दोस्ती की भावना में लंबित मुद्दों को मिलकर सुलझा लिया जाएगा। दरअसल, तीस्ता नदी के पानी का बंटवारा मुद्दा 2011 से लंबित है।
पांच सितंबर को भारत चार दिन के लिए पहुंची शेख हसीना
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को चार दिनी यात्रा पर भारत पहुंची। पहले दिन उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर द्विपक्षी वार्ता की थीं। पहले दिन उनसे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की थी। मंगलवार को शेख हसीना और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता हुई। इस दौरान सात महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसके अलावा दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
इन सात एमओयू पर हुए सिग्नेचर…
- भारत और बांग्लादेश द्वारा साझा सीमा नदी कुशियारा से पानी की निकासी पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- दोनों देशों ने समझौता किया कि भारत में बांग्लादेश रेलवे कर्मियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही बांग्लादेश रेलवे के लिए आईटी सिस्टम जैसे एफओआईएस और अन्य आईटी में सहयोग किया जाएगा।
- बांग्लादेश के ज्यूडिशियल ऑफिसर्स की ट्रेनिंग भारत में कराई जाएगी। इसके लिए भारत के राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी और बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के बीच समझौता हुआ।
- भारत के सीएसआईआर और बांग्लादेश के सीएसआईआर ने समझौता किया कि दोनों देश वैज्ञानिक व तकनीकी सहायता में सहयोग करेंगे।
- दोनों देशों ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग के लिए एमओयू पर साइन किए।
- भारत सरकार की प्रसार भारती व बांग्लादेश टेलीविजन ने एमओयू साइन किया कि प्रसारण में सहयोग देंगे।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने इन प्रोजेक्ट्स का किया उद्घाटन
पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। दोनों नेताओं ने मंगलवार को मैत्री बिजली परियोजना का अनावरण किया। इस परियोजना के तहत, रामपाल खुलना में 1320 (660×2) मेगावाट सुपरक्रिटिकल कोयले से चलने वाला थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कराया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 2 बिलियन डॉलर है जिसमें भारत 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रूप में सहयोग करेगा। इसके अलावा रूपशा पुल का उद्घाटन किया गया। करीब 5.13 किमी का रूपशा रेल पुल 64.7 किमी खुलना-मोंगला पोर्ट सिंगल-ट्रैक ब्रॉड गेज रेल परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दोनों देशों में रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में दो रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। एक खुलना दर्शन रेलवे लाइन लिंक परियोजना और दूसरा पार्वतीपुर-कौनिया रेलवे लाइन परियोजना।
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