स्वास्थ्य

Cancer का करा रहे हैं इलाज तो अपनी डाइट पर भी दें ध्यान, शरीर में न होने दें पोषण की कमी

Cancer Care

Cancer एक घातक बीमारी है. हर साल इसके मामले बढ़ रहे हैं. जो लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं. उनके लिए अपनी डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. लेकिन कई लोग इस ओर ध्यान नहीं देते हैं, जिसकी उनकी बीमारी गंभीर रूप लेती रहती है. डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर के इलाज़ के दौरान शरीर में पोषण (Nutrition) की कमी नहीं होने चाहिए. पोषण की कमी से ये बीमारी और भी गंभीर रूप ले सकती है. दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर  के मेडिकल ओंकोलॉजी डायरेक्टर डॉ. विनीत तलवार ने बताया कि कैंसर के दौरान मरीजों को आम लोगों की तुलना में अधिक पोषण की जरूरत होती है, लेकिन इस बीमारी से जूझ रहे लोग अपने खानपान पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं.

डॉ. तलवार के मुताबिक, कैंसर से जूझ रहे मरीज पोषण की जरूरत बढ़ने के बावजूद भी पर्याप्त डाइट नहीं लेते हैं. कई मामलों में उनकी खुराक भी खुद कम हो जाती है. कब्ज हो जाता है और भूख भी कम लगती है. कई मरीजों का ध्यान खानपान से अधिक अपनी बीमारी पर रहता है. जबकि, ऐसा नहीं करना चाहिए. क्योंकि आम लोगों की तुलना में कैंसर के मरीजों को बेहतर डाइट की जरूरत होती है. अगर एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन 1800 कैलोरी चाहिए, तो कैंसर के मरीजों को 2200 कैलोरी चाहिए होती है. इसलिए यह जरूरी है कि कैंसर के मरीज अपनी दवाओं के साथ -साथ अपनी डाइट पर भी पूरा ध्यान दें.

थोड़ी -थोड़ी देर में घर का बना खाना खाते रहें 

डॉ. तलवार का कहना है कि कैंसर के मरीज को  घर का बना खाना थोड़ी-थोड़ी देर में खाते रहना चाहिए और लीक्वेड डाइट भी लेते रहना चाहिए. ऐसे करने से पोषण की कमी नहीं होगी और साथ ही कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के दुष्प्रभावों को भी कम करने में मदद मिलेगी. डॉ. ने कहा कि कैंसर के मरीजों में ये भ्रम होता है कि भूखा रहने से उनकी बीमारी में सुधार हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है.  शोध में सामने आया है कि भूखे रहने से इलाज में कोई मदद नहीं मिलती है, क्योंकि इलाज के दौरान और उसके बाद ज्यादा पोषण की जरूरत होती है.

फाइबर वाली डाइट लें 

डॉ. विनीत ने कहा कि कैंसर के मरीजो को आहर में फाइबर युक्त डाइट लेनी चाहिए. इस डाइट से मरीज को काफी पोषण भी मिलता है. साथ ही कोलोरेक्टल, लंग जैसे कैंसर होने की आशंका भी कम रहती है. इसके अलावा यह भी जरूरी है कि कैंसर के मरीज व्यायाम भी करें. हफ्ते में कम से कम पांच दिन आधे-आधे घंटे का हल्का व्यायाम या तीन दिन 20-20 मिनट का तेज व्यायाम होगा.

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