स्वास्थ्य

Colorectal cancer: कोलोरेक्टल कैंसर के पीछे हो सकते हैं ये कारण, ऐसे रखें ध्यान

Colorectal Cancer

आजकल लोग कई तरह के कैंसर से ग्रस्त होने लगे हैं. इनमें मुंह, पेट, गले व अन्य जगहों पर होने वाले कैंसर ( cause of cancer ) शामिल है. इन्हीं में से एक है कोलोरेक्टल कैंसर. ( Colorectal cancer reasons ) ये कैंसर दो शब्द कोलोन और रेक्टल से मिलकर बना है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोलोन और रेक्टल में कैंसर की कोशिकाएं असीमित रूप से बढ़ने लगती हैं. कहते हैं कि इसके शुरुआती लक्षण दस्त, कब्ज, पेट दर्द ( Stomach pain ) या उल्टी होते हैं. कई बार लोगों को लगता है कि ये सामान्य समस्या है, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. इस कैंसर का सबसे बड़ा नकारात्मक पहलू ये है कि इसके बारे में लोगों के बीच जागरूकता काफी कम होती है और इसी कारण ज्यादातर लोग इससे ग्रस्त हो रहे हैं.

कैंसर के होने के पीछे 80 फीसदी कारण हमारा खान पान और रहन सहन होता है. वहीं एक वजह जेनेटिक भी हो सकती है. इस लेख में हम आपको कोलोरेक्टल होने के पीछे जो कारण होते हैं वे बताने जा रहे हैं. हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं कि यहीं कारण इस कैंसर की वजह हो सकते हैं. जानें इन वजहों के बारे में..

डायबिटीज

विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती हैं, उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा अधिक बना रहता है. कहते हैं कि डायबिटीज के मरीजों की जिदंगी परहेजों में बीतती है, इसके बावजूद उन्हें कई तरह की परेशानियां अपनी चपेट में ले लेती हैं. इन्हीं में से एक कोलोरेक्टल कैंसर की गंभीर समस्या है. शरीर में डायबिटीज के मरीजों को कब्ज या पेट से जुड़ी अन्य दिक्कतें हो, तो उन्हें तुरंत चेकअप करवाना चाहिए.

शराब का सेवन

जिन भी चीजों में अल्कोहल का अधिक इस्तेमाल किया गया हो, उनका अत्यधिक सेवन जानलेवा साबित हो सकता है. अल्कोहल से बनने वाली शराब को पीने से व्यक्ति के मानसिक ही नहीं शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. पेट की बीमारियों की जड़ माने जाने वाली शराब कोलोरेक्टल कैंसर को शरीर में उत्पन्न कर सकती है. ऐसे में शराब का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.

रेड मीट

एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आप अधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन करते हैं, तो इससे भी कोलोरेक्टल कैंसर के होने का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप नॉनवेज खाना बहुत पसंद करते हैं, तो इस कंडीशन में रेड मीट के अलावा दूसरे नॉनवेज फूड्स का सेवन करें. ऐसा करने से आप हेल्दी रह पाएंगे और नई चीजों को टेस्ट भी कर पाएं. साथ ऐसा करने से गंभीर समस्याएं होने की संभावनाओं को कम किया जा सकता है.

कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button