
दिल्ली पुलिस ने ठगी के आरोप में एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो कथित रूप से खुद को सांसद और एक नामी गिरामी पार्टी का बड़ा नेता बताता था. जिसने दूसरी शादी करने के लिए तलाकनामा पर, प्रिंसिपल मैरिज जज के ही जाली हस्ताक्षर कर डाले. पीड़िता की शिकायत पर दिल्ली की मालवीय नगर थाना पुलिस ने जब तफ्तीश शुरु की तो, ठग की कारस्तानियों का भांडा फूट गया. दिल्ली की मालवीय नगर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी का नाम अनूप कुमार सिंह है.
मुकदमे में नामजद गिरफ्तार आरोपी की मां, पिता सहित बाकी अन्य कई आरोपियों की तलाश में पुलिस छापामारी जारी है. इन तमाम में से कई तथ्यों की पुष्टि मालवीय नगर थाने में दर्ज, एफआईआर नंबर-0472 दिनांक 16 जुलाई 2022 से होती है. आरोपी को संबंधित थाना पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ यह मुकदमा नोएडा सेक्टर-50 में रहने वाली युवती (पीड़िता) ने दर्ज कराया था. दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने गिरफ्तार आरोपी के पिता शत्रुघन सिंह और आरोपी की मां सहित कुछ अन्य़ लोगों को भी नामजद किया है.
आरोपी यूपी के बलिया का निवासी
मालवीय नगर पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला है. पीड़िता के बयान पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आरोपी ने पीड़िता को कई साल पहले हुई मुलाकात के दौरान कहा था कि, वो पत्नी से पीड़ित है. लिहाजा अगर तुम (अब आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराके उसे गिरफ्तार करा देने वाली शिकायतकर्ता/पीड़िता) हामी भर तो मैं (आरोपी अनूप कुमार सिंह), पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी तुमसे (जिस लड़की द्वारा दर्ज मुकदमें में आरोपी गिरफ्तार हुआ है) दूसरी शादी कर लूं.
जिस पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को अब गिरफ्तार किया गया है.
महाठगी में मम्मी-पापा भी शामिल
उसके द्वारा मालवीय नगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में लिखाया गया कि, आरोपी ने पीडिता को विश्वास में लेने के लिए, उसे अपने माता-पिता से भी मिलवाया. माता-पिता ने भी पीड़िता को यही कहकर झांसे में लिया कि उसका इकलौता बेटा (अब गिरफ्तार मुलजिम अनूप कुमार सिंह) अपनी पहली पत्नी से पीड़ित है. और उसका तलाक का मुकदमा कोर्ट में चल रहा है. जैसे ही पहली पत्नी से तलाक की डिक्री कोर्ट से हासिल होगी, वो ( गिरफ्तार आरोपी) उससे (पीड़ित शिकायतकर्ता) दूसरी शादी कर लेगा. पीड़िता ने झांसे में आकर आरोपी से 18 फरवरी सन् 2020 को दूसरी शादी मालवीय नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में कर ली.
2015 में हुई ठग से मुलाकात
दर्ज मुकदमे के मुताबिक आरोपी और पीड़िता की पहली मुलाकात जनवरी 2015 में हुई थी. उसके बाद उन दोनो की एक दो और मुलाकातें हुईं. फरवरी सन् 2020 में अनूप कुमार सिंह ने ही पीड़िता को उसके साथ दूसरी शादी करने का प्रस्ताव दिया था. मालवीय नगर थाना पुलिस के मुताबिक आरोपी ने. पीड़िता को विश्वास में लेकर जाल में फांसने के लिए आरोपी अनूप कुमार सिंह ने हर वो हथकंडा अपनाया, जो वो अपना सकता था. पीड़िता को विश्वास में लेने के लिए आरोपी ने यहां तक झांसा दिया कि, उसका पहली पत्नी से तलाक हो चुका है. इसके सबूत के बतौर आरोपी ने पीडिता को, गाजियाबाद फैमली कोर्ट से मिली तलाक की डिक्री भी दिखाई.
विश्वास होने पर लिया फैसला
जब पीड़िता को विश्वास हो गया कि आरोपी का उसकी पहली पत्नी से कानूनन तलाक हो चुका है. तो उसने बाद में आरोपी के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली. मालवीय नगर थाना पुलिस के मुताबिक, शादी के कुछ दिन बाद ही आरोपी ने रंग बदलना शुरु कर दिया. उसने पीड़िता से दस लाख रूपए नकद वसूल लिए. इसके अलावा आरोपी ने पीडि़ता को, कामर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने के लिए भी आर्थिक रूप से ठगा. कुछ चैक भी पीड़िता से आरोपी ने झटक लिए. बाद में पीडि़ता को पता चला कि आरोपी अनूप कुमार सिंह तो नटवरलाल सा महाठग है, न तो वो सांसद ही निकला.
महाठग ने किसी को नहीं बख्शा
न ही उसने पहली पत्नी को तलाक देकर, पीड़िता से दूसरी शादी की थी. उसने पहली पत्नी के रहते हुए, अब मुकदमे में शिकायतकर्ता के साथ दूसरी शादी कर ली थी. पीड़िता ने जब अपने स्तर पर गाजियाबाद मैरिज कोर्ट से पुष्टि की तो, वहां भी उसने खुद को ठगा हुआ पाया. पीडिता को गाजियाबाद मैरिज कोर्ट से पता चला कि, पीड़िता से दूसरी शादी करने से पहले आरोपी ने उसे पहली पत्नी से तलाक की जो डिक्री दिखाई थी, ,तलाक की उस डिक्री के ऊपर मौजूद गाजियाबाद परिवार न्यायालय के प्रिंसिपल मैरिज जज के हस्ताक्षर भी जाली थे. अब इस मामले में आरोपित अन्य आरोपियों की तलाश में दिल्ली के मालवीय नगर थाने की पुलिस छापामारी करने में जुटी है.
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