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दिल्ली समेत पांच राज्यों में बढ़ रहे Corona के मामले, क्या ये चौथी लहर का संकेत है?

कोरोना

देश में कोरोना(Corona) के नए मामलों में कमी जारी है और एक्टिव मरीजों (Active Cases) की संख्या भी घटकर 11492 रह गई है. पिछले करीब दो सप्ताह से नए मामलों (Daily Corona cases) की संख्या 1500 से कम बनी हुई है. संक्रमण से लगातार बेहतर होते हालातों के बीच देश के पांच राज्यों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, मिजोरम, हरियाणा और केरल शामिल है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन राज्यों को पत्र लिखकर संक्रमण के खिलाफ सख्त निगरानी करने के निर्देश दिए हैं.इन सभी राज्यों में पिछले एक सप्ताह से संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. दूसरी तरफ, विदेशों में कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा हैं. इससे खतरा बढ़ता दिख रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि इन राज्यों में बढ़ रहे केस क्या चौथी लहर (Corona Fourth wave) का संकेत हैं. इस सवाल का जवाब जानने के लिए Tv9 ने नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Delhi) के कोविड एक्सपर्ट्स से बातचीत की है.

एम्स नई दिल्ली के मेडिसन विभाग के अडिशनल प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्वल कहते हैं ” कोरोना के मामलों में मामूली उतार-चढ़ाव होता रहेगा. इसलिए केस बढ़ने का जो ट्रेंड दिख रहा है उससे चिंता की बात नहीं है, लेकिन कोरोना एक ग्लोबल महामारी है. ऐसे में जबतक पूरी दुनिया में ये काबू में नहीं आ जाती. तब तक हमें सतर्क रहना होगा. किसी भी स्थिति में लापरवाही नहीं बरतनी होगी. क्योंकि वायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है. इस स्थिति में यह कभी भी नए वैरिएंट में बदल सकता है, जो हमें परेशान कर सकता है. इसलिए भले ही मास्क न लगाने से जुर्माना हटा दिया गया है, लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल भी नहीं है कि हम इसे न लगाएं. लोगों के लिए यह बहुत जरूरी है कि वह मास्क लगाकर रखें. क्योंकि ये कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से भी बचाव करेगा.

क्या जल्द आएगी चौथी लहर

चौथी लहर की आशंका पर डॉ. नीरज ने कहा कि भले ही केस थोड़े बढ़ रहे हैं, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है. कोरोना के मामले बढ़ना चिंता का कारण नहीं है. बस ये जरूरी है कि हॉस्पिटलाइजेशन और मौतें न बढ़ें. अगर ये दोनों चीजें कंट्रोल में है तो कोरोना एक सामान्य फ्लू की तरह ही है. ऐसे में हमें इसको लेकर बहुत पैनिक होने की जरूरत नहीं है. फिलहाल ये जरूरी है कि कोविड को लेकर सर्विलांस बढ़ा दिया जाए और अगले कुछ दिनों तक कोरोना के ग्राफ पर नजर रखी जाए.

एम्स के क्रिटिकल केयर विभाग के डॉक्टर युद्ववीर सिंह का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर अब नजर रखने की जरूरत है. फिलहाल कुछ दिनों तक इन राज्यों में संक्रमण के ग्राफ को देखना होगा. मामूली उतार-चढ़ाव तो हो सकता है, लेकिन अगर केस लगातार बढ़ते हैं, तो ये चिंता का कारण हो सकता है. इस स्थिति में संक्रमण से बचाव के नियमों को सख्ती से लागू करना होगा. साथ ही किसी नए वैरिएंट की पहचान के लिए सर्विलांस को भी बढ़ाना होगा.

डॉ. युद्ववीर के मुताबिक, देश में कोरोना महामारी फिलहाल एंडेमिक स्टेज में है. केसज मे मामूली उतार-चढ़ाव हो रहा है. इसे कोई वेव नहीं कहेंगे. कोरोना की वेव तब कहा जाता है. जब केस बहुत तेजी से और रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ें. फिलहाल अगले कुछ महीने किसी नई लहर के आने की आशंका नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि लोग कोविड को लेकर सतर्क रहें और मास्क लगाने के नियम का पालन करें.

इन राज्यों में ऐसे बढ़ रहे हैं केस

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ो के मुताबिक, दिल्ली में आठ दिन में ही 60 से ज्यादा एक्टिव मरीज बढ़ गए हैं. यहां दैनिक मरीजों का आंकड़ा 100 से नीचे चला गया था, जो अब बढ़कर 176 हो गया है. इसी तरह केरल में भी केस बढ़ रहे हैं. इस राज्य में गुरुवार को संक्रमण के 291 केस आए थे, जबकि पिछले 24 घंटे में 353 नए मामले सामने आए हैं. मिजोरम में पिछले 24 घंटे में 123 नए मामले आए हैं. यहां गुरुवार को 101 केस आए थे. इस राज्य में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 14 प्रतिशत से बढ़कर 17 हो गया है. महाराष्ट्र में भी कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. राज्य में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 113 केस आए हैं. चार अप्रैल को यह संख्या 52 थी. हरियाणा में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 336 हो गई है. यहां कुछ दिन पहले 300 से कम एक्चिव केस बचे थे.

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